BHOPAL. मध्यप्रदेश सामान्य प्रशासन विभाग ने आईएएस रानी बंसल की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। वह 2015 बैच की आईएएस थीं। रानी बंसल करीब 3 साल से बिना जानकारी दिए गैर हाजिर थीं। उन्होंने विभाग को छुट्टी, रेजिग्नेशन और अन्य जानकारी जैसी कोई सूचना नहीं दी थी। इस कारण विभाग ने उनकी गैरहाजिरी को डीम्ड रेजिग्नेशन (स्वतः त्यागपत्र) मान लिया। संभवतः कभी एमपी में किसी आईएएस पर ऐसी कार्रवाई नहीं की गई। रानी बंसल देवास के बागली एसडीएम (2019) पद पर पदस्थ थीं और वहां से वे बिना बताए अनुपस्थित चल रही थीं। डीओपीटी (केन्द्रीय कार्मिक लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय) ने अखिल भारतीय सेवा अवकाश नियमावली 1955 के नियम 7(2)(क) के अनुसार रानी बंसल का भारतीय प्रशासनिक सेवा से त्यागपत्र स्वीकार किया।
रानी बंसल भोपाल में रहतीं
आईएएस रानी बंसल भोपाल की रहने वाली हैं। उन्होंने आरजीपीव्ही यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था। उन्हें इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान ही कैंपस सिलेक्शन में 5 लाख रुपए की जॉब मिल गई थी। लेकिन रानी ने सिविल सेवा मे जाना उचित समझा। उन्होंने 2015 यूपीएससी परीक्षा में 64वीं रैंक हासिल की थी। आईएएस रानी के पिता राजेंद्र गुप्ता भोपाल में मेडिकल शॉप संचालक हैं। रानी बंसल के पति केतन विश्नोई मुंबई में कस्टम इंस्पेक्टर हैं। रानी और उनके पति पहले दिल्ली में यूपीएससी की तैयारी करते थे। रानी आईएएस बन गई और पति कस्टम इंस्पेक्टर।
रानी बंसल आईं थीं CBI की जद में
रानी बंसल को सामान्य प्रशासन विभाग ने कई बार नोटिस जारी किया लेकिन उन्होंने किसी भी नोटिस का जवाब नहीं दिया। रानी बंसल ने 2020 और 2021 का सम्पत्ति ब्यौरा भी सरकार को नहीं दिया था। रानी बंसल पर काले धन का भी आरोप है। इस मामले में सीबीआई ने उनसे पूछताछ की थी।