SHEOPUR. श्योपुर में चार दिन पहले बदमाशों ने बंदूक की नोंक पर तीन चरवाहों का जंगल से अपहरण कर लिया था, उनका अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस अभी तक इससे अनजान है कि अपहरण करने वाले बदमाश कौन हैं। चार दिन पहले विजयपुर इलाके के धनकर के जंगल में मवेशी चराने गए चरवाहों का अपहरण हो गया था। बदमाशों ने गुंजन पुरा गांव के रहने वाले भरतू बघेल और गुड्डा बघेल और भूरापुरा गांव के रामस्वरूप यादव का अपहरण किया था।
ग्रामीणों ने की पंचायत, कहा- पुलिस की करेंगे मदद
जिस जगह से अपहरण किया गया था, वहां दूर-दूर तक इंसान तो दूर जानवर भी नजर नहीं आते हैं। जंगल के अंदर पुलिस टीम ने आरोपियों को ढूंढना शुरू कर दिया है। गांव के लोगों ने भी पंचायत कर आरोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को मदद करने के लिए कहा है।
गांव वाले फिरौती की रकम चंदा इकट्ठा करके दे सकते हैं
लोगों का कहना है आरोपियों द्वारा मांगी गई फिरौती के 5-5 लाख रुपए चंदा कर इकठ्ठा करके दे-दें। गांव के सरपंच रामस्वरूप बघेल और अपह्र्तों के परिवार का कहना है हम लोग बहुत गरीब हैं। बदमाशों ने फोन करके 5-5 लाख रुपए मांगे हैं। हमारे पास इतने रुपए नहीं हैं लेकिन पूरे गांव के लोगों ने चंदा इकट्ठा करके बदमाशों को फिरौती देने के बारे में सहमति बनाई है।
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राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने की पीड़ितों से मुलाकात
अपहरण की घटना को लेकर अब राजनीतिक पार्टियों के नेता भी पीड़ितों के घर पहुंच कर उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं। गुंजन पुरा में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत भी पहुंचे। उन्होंने कहा बदमाशों के भय की वजह से लोगों ने जंगल जाना बंद कर दिया है। तीन दिनों से लोगों के घरों में चूल्हा तक नहीं जला है। अब तक बदमाश लोगों को डरा धमका कर उनसे टेरर टैक्स वसूलते थे, लेकिन अब गरीब चरवाहों का अपहरण भी करने लगे हैं। उन्होंने जिले की बिगड़ी कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए।