मनोज भार्गव, SHIVPURI. शिवपुरी में बीते रोज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में काले झंडे दिखाए गए थे। इसके चलते ओबीसी महासभा के 15 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और जेल भेज दिया था। आज ओबीसी महासभा के पदाधिकारी उनकी जमानत के लिए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। लेकिन एसडीएम ऑफिस में नहीं मिले। इसके बाद पदाधिकारियों ने धरना देना शुरू कर दिया।
यह है पूरा मामला
इससे नाराज पदाधिकारियों ने एसडीएम कार्यालय का घेराव कर दिया और वह धरने पर बैठ गए। इतना ही नहीं उन्होंने बीजेपी सरकार और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के मुर्दाबाद के नारे लगाए। ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों का कहना है कि वह लंबे समय से ओबीसी के लिए आरक्षित जगहों पर भर्ती करने और ओबीसी आरक्षण का लाभ दिलाए जाने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। हर जगह इसी तरह से अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कल यानी 16 दिसंबर को भी इसी कड़ी के तहत उन्होंने अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम में काले झंडे दिखाए, लेकिन उनके पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद छोड़ने की बात कह कर, उन पर केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया। पदाधिकारियों का कहना है कि उनमें एक नाबालिग है। उसे भी पुलिस ने जेल भेज दिया है। जब एसडीएम कार्यालय आए तो एसडीएम नदारद मिले। जिससे नाराज पदाधिकारियों ने एसडीएम कार्यालय के सामने धरना देना शुरू कर दिया।
मौके पर पहुंची पुलिस
एसडीएम कार्यालय के घेराव की खबर लगने के बाद पुलिस बल और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि एसडीएम अभी बाहर हैं और जब वह बाहर से लौटकर आएंगे, तब इस मामले में सुनवाई करेंगे। जब पुलिस अधिकारियों से पूछा गया कि कोई नाबालिग भी जेल में है। पुलिस का कहना था कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।