आदिवासी सम्मेलन में 'शिव-विष्णु': नई आबकारी नीति, महुआ और ताड़ी की शराब बेच सकेंगे

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आदिवासी सम्मेलन में 'शिव-विष्णु': नई आबकारी नीति, महुआ और ताड़ी की शराब बेच सकेंगे

झाबुआ. 5 अक्टूबर को झाबुआ (Jhabua) में आदिवासी सम्मलेन का आयोजन हुआ। इस सम्मेलन में सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) ने हिस्सा लिया। इस दौरान 5 अक्टूबर को दोनों ने जनजातीय लोकनृत्यों पर डांस किया। झाबुआ से लगे हुए जिले अलीराजपुर (Alirajpur) की जोबट (Jobat) विधानसभा सीट पर उपचुनाव (By Election) होना है, जिसके चलते वहां आचार संहिता लगी हुई है। इसलिए सीएम ने झाबुआ में आदिवासी सम्मेलन बुलाया। इस दौरान सीएम ने आदिवासियों के लिए कई घोषणाएं की।

पारंपिक शराब के लिए कई ऐलान

सीएम (CM Shivraj) ने कहा कि अब आदिवासी महुआ और ताड़ी की शराब बनाकर बेच सकेंगे और उन पर किसी तरह का मुकदमा दर्ज नहीं होगा। शिवराज ने आगे कहा कि नई आबकारी नीति में सरकार यह प्रावधान करेगी ताकि परंपरागत शराब बनाने और बेचने पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं होगा। मैं शराब का समर्थन नहीं करता, लेकिन परंपरा के लिए अगर आदिवासी शराब बनाते या पीते हैं तो इसमें कोई बुराई नहीं है।

कांग्रेस पर शिवराज का निशाना

शिवराज ने कहा कि यह कार्यक्रम सिर्फ कार्यक्रम नहीं है- ये गरीब ट्राइबल की जिंदगी बदलने का अभियान शुरू हो रहा है। कांग्रेस ने 50 साल से अधिक राज किया, लेकिन उन्होंने जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में स्कूल और कॉलेज नहीं खोले, स्कूल और कॉलेज खोलने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया। कांग्रेस ने सड़कें नहीं दी, सिंचाई नहीं दी, जितने हमने स्कूल कॉलेज खोले, उतने कांग्रेस ने कभी नहीं खोले। 

हम विदेशों में आदिवासियों को पढ़ा रहे- शिवराज

सीएम ने कहा कि 'कांग्रेस जानती थी कि यदि आदिवासी पढ़ गए तो उनकी सल्तनत का क्या होगा। कमलनाथ और दिग्गी राजा तुमको बताना पड़ेगा कितने कॉलेज तुमने खोले। कांग्रेस के समय में 300 रुपए छात्रवृत्ति मिलती थी। हम विदेशों तक में आदिवासी बच्चों को पढ़ा रहे हैं। अच्छे संस्थानों में आदिवासी पढ रहे हैं। कमरे के किराए का पैसा भी भाजपा की सरकार दे रही है।'

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