अरुण तिवारी, BHOPAL. दिल्ली में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक से प्रदेश का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। इससे अगले 15 दिनों में बड़े राजनीतिक बदलाव की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। दरअसल जिन राज्यों (मप्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, कर्नाटक, तेलंगाना) में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं वहां अहम राजनीतिक बदलाव के आसार नजर आ रहे हैं।
मध्यप्रदेश अहम क्योंकि यहां बीजेपी की सरकार
खासकर इन राज्यों में मध्यप्रदेश अहम है क्योंकि यहां बीजेपी की सरकार है। चर्चाओं के अनुसार राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल के फेरबदल में मप्र से दो चेहरों को मौका दिया जा सकता है। इसके बाद प्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार को भी अंजाम दिया जाएगा। इसमें जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन के लिहाज से कुछ नए चेहरों को शामिल किए जाने और कमजोर परफार्मेंस के आधार पर कुछ पुराने चेहरों को बाहर किए जाने के आसार हैं।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में बढ़ सकता है एमपी का वजन
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्य समिति की बैठक के बाद इस महीने के आखिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में बदलाव के प्रबल आसार हैं। चूंकि 31 जनवरी से संसद का बजट सत्र शुरु हो रहा है, इसलिए माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव सत्र शुरू होने से पहले संभावित है। राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में इस मसले पर चर्चा होने के आसार हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडल में बदलाव इस साल राज्यों में विधानसभा चुनाव और 2024 में लोकसभा चुनावों को ध्यान रखते हुए होंगे। इस बदलाव में केंद्रीय मंत्रिमंडल में मध्यप्रदेश का वजन बढ़ सकता है।
राकेश सिंह को मंत्रिमंडल में मिल सकती है जगह
संभावना जताई जा रही है कि जबलपुर सांसद राकेश सिंह और मप्र बीजेपी के अध्यक्ष वीडी शर्मा को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते को कमजोर परफार्मेंस के आधार पर कैबिनेट से बाहर किया जा सकता है। उनकी जगह किसी आदिवासी सांसद को ही मंत्री बनाया जाएगा। इस आधार पर प्रदेश से राज्यसभा सांसद सुमेर सिंह सोलंकी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
वीडी को प्रदेश की कमान या कैबिनेट में स्थान
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की जिम्मेदारी में भी फेरबदल किए जाने की चर्चाएं हैं। पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष के रूप में यदि उनका कार्यकाल नहीं बढ़ाया जाता है तो उन्हें भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि यदि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कार्यकाल बढ़ाया जाता है तो संभवत: प्रदेश में वीडी शर्मा का कार्यकाल भी बढ़ाया जा सकता है। यदि उनका कार्यकाल बढ़ता है तो वे विधानसभा चुनाव तक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह सकते हैं।
अभी इतनी है केंद्रीय मंत्रिमंडल में एमपी की हिस्सेदारी
केंद्र में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में मंत्रिमंडल में सबसे पहले मध्य प्रदेश से नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते सहित तीन मंत्री बने। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीरेंद्र खटीक को मंत्री बनाए जाने के बाद यह संख्या बढ़कर पांच हो गई। हालांकि केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मध्य प्रदेश कोटे से ही राज्यसभा के सांसद हैं लेकिन वो यहां के रहने वाले नहीं हैं। यदि धर्मेंद्र प्रधान का नाम भी जोड़ा जाए तो मध्य प्रदेश से केंद्रीय कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या 6 है।
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शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार भी संभव
प्रदेश में शिवराज कैबिनेट में बहुप्रतीक्षित फेरबदल को लेकर सत्ता और संगठन दोनों की नजर है। प्रदेश मंत्रिमंडल में भी परफॉर्मेंस के आधार पर कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया जा सकता है और कुछ की छुट्टी भी की जा सकती है। माना जा रहा है कि पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा इसके बाद मप्र में शिवराज कैबनेट में बदलाव होगा। अभी प्रदेश मंत्रिमंडल में 3 स्थान खाली हैं। इस लिहाज से विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रिमंडल में तीन नए चेहरों को जगह दी जा सकती है।