संजय गुप्ता, INDORE. मप्र लोक सेवा आयोग की कार्यशैली एक बार फिर कठघरे में आ गई। नियमों का हवाला देते हुए आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा 2020 के इंटरव्यू के लिए सफल घोषित उम्मीदवारों की लिस्ट में बदलाव कर दिया है। प्रोवीजनल रिजल्ट की लिस्ट से 12 उम्मीदवारों को मूल रिजल्ट में शिफ्ट कर दिया गया है, इन्हें तो राहत मिली है क्योंकि यह 12 उम्मीदवार अब 87 फीसदी अंतिम भर्ती वाले रिजल्ट में आ गए हैं लेकिन आयोग ने प्रोवीजनल लिस्ट से छह उम्मीदवारों को बाहर कर दिया है। उल्लेखनीय है कि इसके इंटरव्यू 27 अप्रैल से ही शुरू होने जा रहे थे और इसके केवल 12 दिन पहले यह बदलाव किया गया है, जबकि सभी उम्मीदवार इंटरव्यू की तैयारी में जुटे हुए हैं। इसकी बड़ी वजह ओबीसी पदों को लेकर हुआ बदलाव है।
पहले इस कारण से किया था इनका चयन
राज्य सेवा परीक्षा 2020 के लिए कुल पद 260 है, इसमें ओबीसी के लिए कुल पद 87 है। सामान्य प्रशासन विभाग के 87-13 फीसदी के फार्मूले के तहत कुल 14 फीसदी ओबीसी पदों को मूल रिजल्ट कैटेगरी में रखना है और 13 फीसदी ओबीसी पदों को प्रोवीजनल रिजल्ट के दायरे में रखना है। पूर्व में यानि पांच फरवरी 2023 को घोषित मेंस रिजल्ट के समय 87 फीसदी कोटे में यानि मूल रिजल्ट के लिए ओबीसी के लिए 45 पद रखे थे और 13 फीसदी के तहत प्रोवीजनल रिजल्ट में ओबीसी के लिए 42 पद थे। इसी आधार पर उम्मीदवारों की चयन सूची जारी की गई।
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फिर इस कारण से छह हो गए बाहर
लेकिन बाद में कुछ विभाग के रोस्टर सिस्टम के तहत आए बदलाव की जानकारी आयोग के पास आती है और इसके आधार पर ओबीसी के लिए रखे गए 87 पदों में से मूल रिजल्ट के दायरे में ओबीसी के लिए 48 पद और प्रोवीजनल रिजल्ट के दायरे में ओबीसी के लिए 39 पद चले जाते हैं। मूल रिजल्ट में ओबीसी के लिए पद 45 से बढ़कर 48 हो गए, यानि तीन पद बढ़ गए, इसके चलते इस नए कटऑफ के दायरे में आए 12 उम्मीदवार जो पहले पांच फरवरी को घोषित रिजल्ट में प्रोवीजनल सूची में थे वह उठकर ऊपर मूल रिजल्ट में आ गए। वहीं प्रोवीजनल रिजल्ट के दायरे में तीन पद कम होने से वहां नीचे कटऑफ पर सफल घोषित हुए छह उम्मीदवार अयोग्य करार दिए गए और वह इंटरव्यू से बाहर हो गए।
पीएससी ने कहा सब नियम से ही
पीएससी प्रवक्ता डॉ. रविंद्र पंचभाई ने कहा कि रिजल्ट में बदलाव नियमानुसार ही हुआ है। पदों के कैटेगरी में बदलाव हो सकता है और पांच फरवरी को जारी रिजल्ट में भी यह नियम घोषित है। यदि किसी कारण से किसी कैटेगरी में पद कम-ज्यादा होते हैं तो फिर रिजल्ट भी इसी अनुसार बदल जाता है। इसी कारण यह बदलाव हुआ है।