Bhopal. मध्यप्रदेश (MP) में नौतपा में भी हल्की बारिश से कई जिले भीग गए हैं। रोहिणी गलने से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। कई जिलों में नौतपा का पहला दिन ठंडक भरा है। सागर, रीवा, छिंदवाड़ा और नर्मदापुरम में बारिश हुई। इंदौर को गर्मी से राहत के लिए एक हफ्ते का इंतजार करना पड़ेगा। इंदौर में एक हफ्ते में प्री मानसून एक्टिविटी शुरू होंगी।
नौतपा के पहले दिन रोहिणी गली
ज्येष्ठ के महीने में जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 15 दिनों के लिए भ्रमण करता है। शुरुआती 9 दिनों को नौतपा कहा जाता है। नौतपा में सूर्य की तपन ज्यादा बढ़ जाती है। वहीं अगर इस दौरान बारिश होती है तो उसे आम बोलचाल की भाषा में रोहिणी गलना कहा जाता है।
दो दिन खुला रहेगा आसमान
आज से दो दिन तक आसमान खुला रहेगा। तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि यह बहुत ज्यादा नहीं होगी। दिन का पारा 40 के आसपास रह सकता है। नया सिस्टम 27-28 मई से एक्टिव हो जाएगा। इसके बाद फिर बारिश का दौर शुरू होगा। इस दौरान ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, रीवा और सागर और उसके आसपास इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। इंदौर को अभी प्री-मानसून की बारिश के लिए कम से कम एक सप्ताह इंतजार करना होगा।
तीन सिस्टम के कारण चली तेज हवाएं
फिलहाल जम्मू-कश्मीर में एक सिस्टम बना हुआ है। राजस्थान से अरब सागर तक ट्रफ लाइन बनी हुई है साथ ही झारखंड के ऊपर चक्रवाती घेरा होने के कारण ग्वालियर-चंबल, सागर, जबलपुर, रीवा और सतना में तेज हवाएं चलीं। इसी के चलते जबलपुर में आंधी-बारिश से पेड़ उखड़ गए। सतना में भी कुछ ऐसी ही स्थिति रही.
छत्तीसगढ़ से लगे शहरों में बारिश
प्री-मानसून का दो दिन का ब्रेक 25 और 26 को रहेगा। 27 से नया सिस्टम बन रहा है। इससे प्रदेश में फिर से बादल आने शुरू हो जाएंगे। इस बार बारिश छत्तीसगढ़ से सटे इलाकों में होगी। पहले शहडोल, सागर, जबलपुर, नर्मदापुरम और भोपाल के कुछ इलाकों में होगी। इस बार भी बारिश की मेहरबानी पूर्वी मध्यप्रदेश यानी जबलपुर-चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड और जबलपुर में रहेगी। इंदौर को अभी करीब एक सप्ताह और राहत की बूंदों का इंतजार करना पड़ सकता है।