Jabalpur. बिजली कंपनियों ने स्मार्ट मीटर के जरिए बिजली चोरी की कोई गुंजाइश न होने का दावा तो किया था लेकिन होशियार उपभोक्ताओं ने बिजली कंपनी के उस दावे को भी सिरे से खारिज कर दिया है। इस दावे की पोल तब खुली जब एक व्यावसायिक उपभोक्ता का बकाया बिल होने पर कनेक्शन काटा गया। बकायदा रिमोट के जरिए स्मार्ट मीटर का कनेक्शन कट किया गया। कनेक्शन काटे जाने के बाद भी जब उपभोक्ता ने बिल जमा नहीं किया तो हैरान अफसरों ने मौके पर जाकर मुआयना किया। जांच में यह पता चला कि कनेक्शन कट होने के बाद भी धड़ल्ले से बिजली जलाई जा रही थी। आखिरकार बिजली अधिकारियों ने उक्त व्यापारी पर बिजली चोरी का प्रकरण दर्ज किया है।
लकड़ी का व्यवसायी निकला बिजली चोर
मामला मदन महल क्षेत्र के केशवलाल एंड कंपनी का टिंबर संचालक है। जिसका नाम निसार अहमद बताया जा रहा है। कार्यपालन यंत्री एस के सिन्हा ने बताया कि दो दिन पहले ही स्मार्ट मीटर से डिसकनेक्शन की प्रक्रिया प्रारंभ हुई है। इसमें उपभोक्ता की बिजली आपूर्ति कार्यालय से ही रिमोट के जरिए बंद और चालू की जा सकती है। उपभोक्ता पर दो माह का करीब 17 हजार रुपए बिजली बिल बकाया था। इसी वजह से रिमोट से कनेक्शन को डिस्कनेक्ट किया गया था।
दो जगह काटा कनेक्शन, एक ने तुरंत जमा कराया बिल
बिजली कनेक्शन है ही ऐसी चीज कि जिसके बिना आदमी का कोई काम नहीं चल सकता। मौके पर बिजली विभाग के अधिकारियों ने दो कनेक्शन काटे थे। एक कनेक्शन का होल्डर तो तत्काल परेशान होकर बकाया बिजली बिल जमा करने पहुंच गया लेकिन दूसरे कनेक्शनधारी पर कनेक्शन कटने का कोई फर्क नहीं पड़ा। जिसके बाद अधिकारियों ने मुआयना किया तो बिजली चोरी की कलई खुल गई।