भोपाल. कोविड गाइडलाइंस के नाम पर बाहर जाने से बंद कर देने पर मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT) की B.tech की छात्राएं धरने पर बैठीं। रात 9 बजे हॉस्टल नंबर-12 के बाहर 300 से ज्यादा छात्राएं बैठ गईं। हालांकि हॉस्टल मैनेजमेंट के आश्वासन के बाद रात 11.30 बजे धरना खत्म हुआ। छात्राओं को दो दिन में सारी समस्याओं को हल करने का आश्वासन मिला है। स्टूडेंट्स ने चेतावनी दी है कि कोई हल नहीं निकलता है तो वह फिर से आंदोलन करेंगी।
छात्राओं के यह हैं आरोप
छात्राओं का आरोप है कि उन्हें कॉलेज के बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। रात 10 बजे तक ही हॉस्टल में एंट्री मिलती है। 10-15 मिनट लेट होने पर मैस में सोने को कहा जाता है।
छात्राओं के यह है मांग
छात्राओं का कहना है कि रात में हॉस्टल में एंट्री के लिए समय बढ़ाया जाए। रात 11 बजे तक एंट्री मिलनी चाहिए। इसे लेकर कई बार हायर अथॉरिटी से कहा जा चुका है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। बता दें, कॉलेज के इस हॉस्टल में B.tech की करीब 500 छात्राएं रहती हैं।
हॉस्टल का खाना खाने लायक नहीं
छात्राओं का कहना है कि उन्होंने एक सेमेस्टर के हिसाब से खाने के लिए 12 हजार रुपए दिए हैं। जो खाना दिया जा रहा है, वो खाने लायक नहीं है। हॉस्टल में फैली अव्यवस्थाओं को दूर नहीं किया जा रहा है। कुछ दिन से खाना बाहर से मंगाकर खा रहे हैं, लेकिन यह बहुत खर्चीला है। तीन दिन से यह परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। छात्राओं का आरोप है गंदे बर्तनों में खाना परोसा जाता है।
हॉस्टल में टहलने की भी मनाही
छात्राओं का कहना है कि उनके हॉस्टल में इंटरनेट फैसिलिटी नहीं है। आज जब इंटरनेट कनेक्शन के बिना कुछ भी संभव नहीं है, हमें लाइन कनेक्शन या यहां तक कि वाई-फाई भी नहीं दिया जाता। हमें अपने कमरों में मोबाइल पर ठीक से सिग्नल भी नहीं मिलते। हॉस्टल के बगीचे में घूमने की भी परमिशन नहीं है, जो हमारे छात्रावास का हिस्सा है, क्योंकि उनके पास हमारे अपने छात्रावास के अंदर हमारी रक्षा करने के लिए व्यवस्था नहीं है। वॉशरूम को भी साफ नहीं किया जा रहा है।