Damoh. दमोह जिले देहात थाना क्षेत्र में आने वाले हिनौती खेत सिंह गांव निवासी निजी कंपनी में कार्यरत सुपरवाइजर घनश्याम पिता दस्सू अहिरवार का शव बालाकोट गांव में जंगल में एक पेड़ पर फंदे से लटका मिला। परिजनों का आरोप है कि जिंदल कंपनी के ठेकेदार ने उसकी हत्या की है। पुलिस ने शव का पीएम कराया इसके बाद दलित समाज के सैकड़ों लोग अस्पताल चौराहे पहुंचे और शव रखकर जाम लगा दिया। उनकी मांग है कि आरोपी ठेकेदार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए।
धरना प्रदर्शन में शामिल कोमल अहिरवाल का कहना है कि मृतक घनश्याम अहिरवाल की हत्या की गई है और उसके बाद पेड़ पर लटकाया गया है। जिंदल कंपनी में घनश्याम सुपरवाइजर का काम करता था जहां पर रीवा का एक ठेकेदार उसे जातिगत अपमान करता था। लगातार प्रताड़ना के बाद 2 दिन से उसे घर भी आने नहीं दिया गया और रात में उसकी हत्या करके फंदे से लटका दिया। मृतक के पिता दस्सू अहिरवाल का कहना है कि 2 दिन पहले उनके बेटे का फोन आया था। तब उसने बताया कि रीवा का ठेकेदार राहुल उसे परेशान कर रहा है। रात में खुले आसमान के नीचे ठंड में बाहर सुलाता है और अलग खाना बनाने के लिए कहता है। उसका कहना है कि तुम दलित हो इसलिए सबसे दूर रहो।
पिता का कहना है कि आज सुबह जब मैं ठेकेदार के पास अपने बेटे को खोजते हुए पहुंचा, तो ठेकेदार ने कहा कि उसे नहीं पता कि बेटा कहां गया है। कुछ देर बाद खबर मिली के पास के जंगल में बेटे का शव फंदे से लटका है। उसे कई चोट के निशान है, इसलिए यह साफ है कि उनके बेटे की हत्या ठेकेदार ने की है। प्रभारी सीएसपी भावना दांगी का कहना है कि इस मामले में फिलहाल मर्ग कायम किया गया है। पोस्टमार्टम कराया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। दलित समाज के लोग इस मामले में हत्या का मामला दर्ज कराना चाहते हैं, जो जांच रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा।