Jabalpur. कटनी में आवारा घूमने वाले सुअरों में अफ्रीकन स्वाइन फीवर के वायरस मिलने की पुष्टि हो गई है। जिसके बाद शूकर पालन स्थलों को प्रशासन ने एपीसेंटर घोषित किया और प्रभावित क्षेत्रों में आवाजाही रोक दी है। प्रभारी कलेक्टर शिशिर गेमावत ने प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करते हुए सुअरों के परिवहन की जानकारी जुटाने के निर्देश दिए हैं। वहीं मृत सुअरों को उसी स्थान पर दफन करने का प्रोटोकॉल भी अपनाने निर्देशित किया है।
अफ्रीकन स्वाइन फीवर की आशंका होने पर 26 अक्टूबर को शूकरों के सैंपल लिए गए थे। जिसकी रिपोर्ट में वायरस की पुष्टि की गई है। जिला प्रशासन ने इस पर सतर्कता बरतते हुए संक्रमण से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। साथ ही शूकर पालन केंद्रों से एक किलोमीटर की परिधि को इन्फेक्टेड जोन और आसपास के 9 किलोमीटर परिधि को सर्विलांस जोन घोषित किया गया है।
इन्फेक्टेड जोन में ज्यादा सख्ती
इन्फेक्टेड जोन में पाए जाने वाले समस्त शूकर आश्रयों के मालिकों, संपर्क में आए अन्य व्यक्तियों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। चिकित्सकों की मानें तो यह वायरल बीमारी है। जिसके इलाज का स्थाई समाधान नहीं है। यह रोग एक जगह से दूसरी जगह में फैलता है। यह सीधे मनुष्य पर अटैक तो नहीं करता लेकिन लोगों को सावधानी रखना जरूरी है। इस वायरस से दूरी बनाकर रखना ही इसका समाधान है।