GWALIOR. माइक्रोचिप और सेमीकंडक्टर बनाने के मामले में ताइवान की टेक्नोलॉजी पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।अब भारत के लिए एक बड़ी खुश खबरी ये है कि ताइवान अपनी यह टेक्नॉलोजी भारत के साथ शेयर करेगा। यह घोषणा भारत में ताइवान के राजदूत बौशुआन गेर ने ग्वालियर में की।
उद्भव सांस्कृतिक फेस्ट में आये हैं गेर
ग्वालियर मे हो रहे उद्भव सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान के 17वें अंतरराष्ट्रीय नृत्य एवं म्यूजिक फेस्टिवल में शामिल होने ग्वालियर आए ताइवान के राजदूत बौशुआन गेर ने आज अथवा संस्थान के पदाधिकारियों के साथ ग्वालियर के पड़ाव स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों से चर्चा की। उन्होंने कल ताइवान के सहयोग से ग्वालियर में शुरू हुए तीन दिवसीय सांस्कृतिक फेस्टिवल का उदघाटन किया। इसमें इनके देशों सहित देश के 1200 कलाकार भाग ले रहे हैं।
सिर्फ ताइवान के पास है यह टेक्नोलॉजी
उन्होंने कहा कि ताइवान के पास माइक्रोचिप और सेमीकंडक्टर बनाने की जो टेक्नोलॉजी है वह दुनिया के अन्य किसी देश के पास नहीं है ऐसे में ताइवान अब इस टेक्नोलॉजी को भारत के साथ भी साझा करेगा जिसके लिए ताइवान द्वारा भारत की प्राइवेट और पब्लिक यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू साइन किया जाएगा। जिसमें ताइवान से प्रोफेसर इंडिया आकर यहां के विद्यार्थियों को सेमीकंडक्टर और माइक्रोचिप बनाने की टेक्नोलॉजी के बारे में बताएंगे जिससे आगे चलकर भारत भी इस तरह की चिप तैयार कर सकेगा और ताइवान इसमें पूरी मदद करेगा।
सांस्कृतिक आयोजन की सराहना की
उन्होंने ग्वालियर में आयोजित हो रहे और संस्थान के सांस्कृतिक आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से 2 देशों की संस्कृति का आदान-प्रदान होता है और मुझे यहां आकर बेहद ही प्रसन्नता हो रही है। पत्रकार वार्ता के दौरान उद्भव संस्थान के अध्यक्ष डॉक्टर केशव पांडे भी यहां मौजूद रहे।