Jabalpur. व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर में अब युद्धक टैंकों के इंजन की मरम्मत की जाएगी। सेना के सबसे भरोसेमंद टी-90 और टी-70 टैंक के इंजन के कलपुर्जों की जानकारी जुटाने फैक्ट्री के विशेषज्ञ कर्मचारियों की टीम इंजन फैक्ट्री आवडी भेजी गई है। इस ऑर्डर के मिल जाने के बाद फैक्ट्री में काम का काफी वर्कलोड बढ़ जाएगा।
डीपीआर हो रही तैयार
व्हीएफजे में अभी जहाजों में इस्तेमाल होने वाले यूटीडी इंजन की ओवरहॉलिंग का काम जारी है। युद्धक टैंक का काम आवडी की इंजन फैक्ट्री में किया जाता है। यहीं पर उसकी मरम्मत भी होती है। वहां का काम व्हीएफजे को दिए जाने की योजना बनाई गई है। इसकी डीपीआर तैयार की जा रही है। जिसमें जानकारी जुटाई जा रही है कि इंजन का कितना वर्कलोड यहां पर मिलेगा। कितनी मशीनरी फैक्ट्री के पास उपलब्ध है।
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यूटीडी इंजन की ओवरहालिंग में महारत
रक्षा कंपनी आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड की ईकाई व्हीएफजे न केवल सैन्य वाहन तैयार करती है बल्कि दूसरी विधाओं में भी वह आगे है। यहां पर 130 एमएम गन को 155 एमएम 45 कैलीबर शारंग तोप में अपग्रेड किया गया है। यूटीडी इंजन की ओवरहॉलिंग एक दशक से चल रही है। इसके लिए विशेष विभाग बनाया गया है। इसी प्रकार वाहनों की बुलेट प्रूफिंग में कर्मचारियों को महारथ हासिल है। सेना और अर्धसैनिक बल रक्षा कवच यहीं तैयार करवाते हैं। फिलहाल सुरंगरोधी, एलपीटीए, स्टालियन वाहन के अलावा वाटर बाउजर का उत्पादन यहां हो रहा है। इससे पहले सीआरपीएफ की डिमांड पर फैक्ट्री द्वारा एंटी माइन व्हीकल की बुलेटप्रूफिंग का काम बखूबी किया जा रहा है। सीआरपीएफ को तैयार किया गया वाहन टेस्टिंग के लिए भेजा जा चुका है।
व्हीएफजे के जनसंपर्क अधिकारी रामेश्वर मीणा ने बताया कि टी-90 और टी-70 टैंक के इंजन की ओवरहालिंग का काम फैक्ट्री में हो सकेगा। इसके सभी पहलुओं का अध्ययन किया जा रहा है। कुछ समय पहले एक टीम को इंजन फैक्ट्री आवडी में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है।