देव श्रीमाली, GWALIOR. कांग्रेस से राज्यसभा सांसद और पूर्व महाधिवक्ता विवेक तन्खा ने एनसीईआरटी में राजनीतिक विज्ञान की 11वीं कक्षा की पुस्तकों से देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद के नाम का उल्लेख हटाने के मुद्दे पर तंज कसते हुए कहा कि मुगलों के इतिहास को 100 साल बाद विलोपित कर दिया गया? अब राजपूतों को विलोपित करोगे क्या? उन्होंने कहा कि इतिहास का ज्ञान सबको होना चाहिए। आखिर हल्दीघाटी का युद्ध किसके बीच लड़ा गया? ऐसा उन्होंने अपने ट्वीट में भी तंज किया है
हम संतों का आदर करते हैं और बीजेपी प्रचार
दो दिन के ग्वालियर दौरे पर आए तन्खा ने साधु-संतों के ऊपर हो रही राजनीति के मुद्दे पर कहा कि साधु-संतों को आदर सत्कार से देखा जाना चाहिए। हम उनका आदर करते हैं, लेकिन बीजेपी प्रचार करती है, हम प्रचार नहीं करते।
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अंबेडकर महाकुंभ पर ये बोले तन्खा
ग्वालियर में 16 अप्रैल को होने वाले अंबेडकर महाकुंभ पर टिप्पणी करते हुए राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि बीजेपी 20 साल लेट हो गई है और इस 20 साल की एंटी इनकंबेंसी का पूरा मौका कांग्रेस को मिलेगा। अंबेडकर हमारे संविधान के निर्माता थे। मेरे आइकॉन हैं, लेकिन बीजेपी इस मुद्दे पर राजनीति करने में लेट हो गई है। वहीं तन्खा ने राहुल गांधी को अपनी राज्यसभा सीट ऑफर करने के सवाल पर कहा कि राहुल गांधी और सोनिया ने उन्हें दूसरी बार मौका दिया हैऔर मैं अपना सौभाग्य मानूंगा कि वे मेरी सीट स्वीकार करेंगे।
कई नेताओं के घर गए तन्खा
अपनी ग्वालियर यात्रा के दौरान सांसद विवेक तन्खा ने युवक कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी की संसद से सदस्यता रद्द किए जाने के खिलफ आयोजित मशाल आक्रोश रैली में भाग लिया। इसके अलावा उन्होंने पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ला के घर वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं और राजेंद्र नाती के निवास पर अनेक क्षत्रीय नेताओं की बैठक कर आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर बातचीत की। उन्होंने कांग्रेस के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह के साथ भी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।