JABALPUR. जबलपुर में कबाड़ जैसे कारोबार में करोड़ रुपए से ज्यादा की टैक्स चोरी का कारनामा सामने आया है। 11 दिन तक चली एसजीएसटी की कार्रवई में 1.10 करोड़ की टैक्स चोरी के साक्ष्य विभाग ने जुटाए हैं। 3 कारोबारियों पर डाले गए छापे में यह बात सामने आई कि इन्होंने बिना बिल के माल बेचा और तय स्टॉक से ज्यादा माल रखा। इसी आधार पर टैक्स, पैनल्टी और ब्याज की राशि वसूली गई है।
23 दिसंबर को पड़े थे छापे
जबलपुर में 3 बड़े कबाड़ व्यवसाईयों के यहां 23 दिसंबर को स्टेट जीएसटी की एंटी इवेजन ब्यूरो ने जांच शुरू की थी। खजरी-खिरिया और गुरंदी में तीनों के गोदामों में इतना माल था कि 10 से 11 दिन तक उसकी तुलाई चली। इस काम में क्रेन की भी मदद ली गई। शहर में कबाड़ व्यवसाईयों से अब तक की सबसे बड़ी वसूली की गई है।
दस्तावेजों की जांच अब भी जारी
लगातार चली छापे की कार्रवाई के बाद दस्तावेजों की जांच अभी भी जारी है। दिसंबर में ब्यूरो ने छिंदवाड़ा में भी आयरन के कारोबारियों पर कार्रवाई कर 1 करोड़ का टैक्स जमा कराया है।
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पूरे संभाग की टीम रही शामिल
कार्रवाई के लिए वाणिज्यिक कर विभाग के आयुक्त ने तीन टीमों का गठन किया गया था। इसमें राघवेंद्र सिंह, प्रकाश सिंह बघेल, राजेश्वरी सर्राटे, वंदना सिन्हा, एसएम बागरी, आस्था सोनी, बिन्नी धुर्वे, एसपीएस बघेल, रवींद्र सनोडिया, संदीप घनघोरिया, रीना खंपरिया समेत अन्य अधिकारी शामिल थे। कार्रवाई में थानों की पुलिस का भी सहयोग लिया गया।
तीनों पर लगाई गई पेनल्टी
ब्यूरो की टीम ने गड़बड़ी पर तीनों कबाड़ व्यवसाईयों पर पेनल्टी लगाई। आयरा इंटरप्राइजेज के सैयद आरिफ अली से 10 लाख 4 हजार, चिश्ती इंटरप्राइजेज के नौशाद अली से 33 लाख 91 हजार और अली ब्रदर्स के नजर अली से 66 लाख 12 हजार की पेनल्टी वसूली गई है।