Dindori. डिंडौरी के जुनवानी मिशनरी स्कूल में आदिवासी नाबालिग छात्राओं का यौन शोषण करने वाला मुख्य आरोपी शिक्षक खेमचंद बिरको आखिरकार गिरफ्तार हो गया है। समनापुर थाने की पुलिस ने उसे मंडला के पैतृक गांव चंदवारा से दबोचा। खेमचंद गांव के पास के जंगलों में एक झोपड़ी में मिला। मामले की जांच के दौरान ही वह फरार हो गया था और बार-बार ठिकाने बदलकर पुलिस को चकमा दे रहा था। उसने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया था। लेकिन पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को उसके सभी रिश्तेदारों के घर पर नजर रखने कहा था, जिससे आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हाथ लगी।
पुलिस को की रिश्वत की पेशकश
आरोपी खेमचंद इतना शातिर है कि उसने पुलिस से बचने का हर हथकंडा अपनाया। इतना ही नहीं पुलिस ने जब उसे पकड़ लिया तो मौके पर ही उसने पुलिस को रिश्वत देने की कोशिश की। जानकारी के मुताबिक उसने पुलिस को मुंहमांगा पैसा देने की पेशकश कर दी। उसके इस दुस्साहस से पुलिस को शक है कि उसके पीछे एक बड़ा गिरोह हो सकता है।
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उसी स्कूल में की है पढ़ाई
बताया जा रहा है कि आरोपी शिक्षक जुनवानी के उसी मिशनरी स्कूल से 12वीं तक पढ़ा है। जिसके बाद उसे इसी स्कूल में टीचर की नौकरी मिल गई थी। मामला इतना संवेदनशील है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी भी मामले और पुलिस की भूमिका की जांच कर रहे हैं। वहीं इस घटना से आदिवासी समाज में भी काफी रोष है।
बालाघाट पुलिस रेंज के आईजी संजय कुमार सिंह ने बताया कि छात्राओं के साथ यौन शोषण के दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। मामले से जुड़े अन्य अपराध दर्ज हुए हैं, उनके आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश पुलिस को दिए हैं।