Bhopal. 25 मई से नौतपा शुरू हो चुके हैं। लेकिन मौसम का मिजाज देखकर लग रहा है मानो नौतपा आए ही नहीं। दरअसल प्री-मानसून की एंट्री से गर्मी के तेवर ठंडे पड़ गए हैं। नौतपा में भी गर्मी कोई खास असर नहीं दिखा रही है। बीते 5 दिनों में प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है। कहीं-कहीं ओले भी गिरे हैं।
वहीं 27 मई से अगले 3 दिन तक सागर, जबलपुर, ग्वालियर, चंबल, रीवा, सतना, भोपाल और नर्मदापुरम क्षेत्र में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल में पानी तो नहीं गिरेगा, लेकिन बादल छाने से गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।
इधर इंदौर और उज्जैन समेत अन्य इलाकों में अभी बारिश की संभावना नहीं है। यहां पर तीन दिन में पारा कुछ ऊपर चढ़ सकता है। इस दौरान इंदौर में अधिकतम तापमान 42 डिग्री तक पहुंच सकता है। इधर, प्रदेश के बाकी हिस्सों में पारा नीचे ही बना रहेगा। बादल छाने से उमस बढ़ सकती है।
यहां बारिश के आसार
जबलपुर, सागर, शहडोल, नर्मदापुरम भोपाल, ग्वालियर, चंबल और रीवा समेत 8 संभागों में 27 मई से लेकर 29 मई तक बारिश की संभावना है। प्री मानसून की बारिश का सबसे ज्यादा असर सागर और जबलपुर पर पड़ सकता है। यहां बिजली गिरने के साथ ही ओले भी गिर सकते है। इसके अलावा शेष प्रदेश मालवा और निमाड़ में कहीं भी बारिश के आसार नहीं है। अगले तीन दिन तक इसी तरह मौसम बना रहेगा।
बारिश होने का कारण
पश्चिम से आने वाली हवाएं ईरान के ऊपर चक्रवात के रूप में फैली हैं। यह दो दिन बाद पाकिस्तान से होते हुए जम्मू तक पहुंच जाएंगी। इससे अगला सिस्टम 29 मई से बनेगा। अभी उत्तरी बिहार के ऊपर सक्रिय चक्रवात के साथ-साथ मध्य क्षोभमंडल में ट्रफ भी है। पूर्व-पश्चिम ट्रफ लाइन पश्चिमोत्तर राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़-उड़ीसा तक गुजर रही है।
एक अन्य उत्तर-दक्षिण ट्रफ कर्नाटक से होते हुए कोमरीन सागर तक फैली है। गुरुवार को दक्षिण पश्चिमी मानसून अरब सागर में मालदीव और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी में और आगे बढ़ गया है। यह अरब सागर में मालदीव, कोमरीन सागर और दक्षिणी बंगाल की खाड़ी में और आगे बढ़ चुका है।