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KHARGONE. खरगोन में 3 मार्च, शुक्रवार को कसरावद तहसील के ग्राम भोइंदा में नल-जल योजना के लिए निर्माणाधीन टंकी का छज्जा धाराशायी हो गया। हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई। वहीं एक मजदूर घायल हो गया है। बता दें कि नल-जल योजना के तहत पीएचई द्वारा ठेकेदारों से कराए जा रहे निर्माण कार्यों में लापरवाही बरती जा रही है। इसी कारण ये हादसा हुआ।
दोनों मृतक पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं
हादसे में गुन्ना नमाज पिता जैनुद्दीन (21) और शैलेंद्र डूडू (23) की मौत हो गई। दोनों मृतक पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। वहीं एक मजदूर सुशील (27) घायल बताया जा रहा है। दुर्घटना के बाद ठेकेदार सीधे घायलों को लेकर धामनोद के निजी अस्पताल पहुंच गया। इस दौरान गुन्ना की मौत हो चुकी थीं। जबकि शैलेंद्र को धामनोद से इंदौर के लिए रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। घटना की खबर शनिवार सुबह पुलिस, प्रशासनिक और विभागीय अधिकारी मौके पर जांच के लिए पहुंचे। 4 मार्च, शनिवार सुबह करीब 11 बजे कसरावद टीआई धामनोद पहुंचे।
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खरगोन जिले में 734 योजनाएं हैं स्वीकृत
नल-जल योजना के तहत पीएचई द्वारा खरगोन जिले में 734 योजनाएं स्वीकृत की गई। इन्हें नियमानुसार टेंडर के छह महीने में पूरा होना था, लेकिन कमीशन के खेल में यह काम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। बाहरी कंपनियों के बाद ज्यादातर काम पेट्री कंट्रेक्टर पर स्थानीय ठेकेदारों को दिए गए हैं। इसके चलते 527 योजनाएं अधूरी है।
कलेक्टर ने काम में लेटलतीफी पर ठेकेदारों को लगाई थी फटकार
बता दें कि हादसे के एक दिन पहले स्वीकृत 734 योजनाओं का कार्य पूर्ण नहीं करा पाने के कारण कलेक्टर शिवराज वर्मा ने नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने विभागीय बैठक लेकर ठेकेदारों को जमकर लताड़ लगाई थी। बैठक में प्रभारी कार्यपालन यंत्री दीपक कुमार पचलैय्या द्वारा जानकारी प्रस्तुत की गई। उन्होंने कहा था कि 6 माह में पूर्ण कराने के निर्देश होने के बावजूद पूर्ण नहीं हुए हैं। इस पर ठेकेदारों पर की गई कार्रवाई के बारे में जाना। लेकिन किसी भी ठेकेदार पर पेनल्टी नहीं की गई।