Damoh. दमोह जिले के हटा के बहुचर्चित कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड में 4 साल से फरार चल रहे इनामी आरोपी को दमोह पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। देवरान गांव निवासी आरोपी किशन परिहार पर इस हत्याकांड के मामले में धारा 302, 307, 147, 148,149 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया था। बीते 4 सालों में उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। जिस पर पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 15 हजार का ईनाम भी रखा था।
हत्याकांड के बाद से था फरार
मार्च 2019 में घटना को अंजाम देने के बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था। जिसकी पुलिस लगातार तलाश कर रही थी। इसके बाद दमोह एसपी ने एक टीम गठित की थी। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस को आरोपी को गिरफ्त में लेने में सफलता मिली। आरोपी पर गिरफ्तारी के लिए 15 हजार का इनाम भी घोषित किया था। पुलिस ने आरोपी को सागर नाका क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। दमोह एसपी के द्वारा गठित टीम में शामिल थाना प्रभारी दमोह देहात अमित मिश्रा, थाना प्रभारी नोहटा उप विकास सिंह चौहान, चौकी प्रभारी बनवार रमा मिश्रा, चौकी प्रभारी सागर नाका गरिमा मिश्रा के अलावा अन्य पुलिस के अधिकारी शामिल थे, जिन्होंने आरोपी को गिरफ्तार किया है।
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हत्या के आरोपी जीत चुके हैं चुनाव
बता दें कि देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के एक प्रमुख आरोपी इंद्रपाल सिंह जनपद सदस्य का चुनाव भी जीत चुके हैं। उन्होंने जेल से ही परचा भरा था। पूरे चुनाव के दौरान वे जेल में ही रहे। हां शपथ ग्रहण के दौरान उन्हें जमानत दी गई थी। इसके अलावा मुख्य आरोपी गोविंद सिंह परिहार जो कि बीएसपी विधायक रामबाई के पति हैं, लंबे समय से जेल में बंद हैं।
क्रेशर प्लांट पर की गई थी हत्या
15 मार्च 2019 की सुबह कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया अपने भाई महेश प्रसाद, अशोक और बेटे स्वमेश के साथ गिट्टी क्रेशर प्लांट के दफ्तर पहुंचे थे। वे दफ्तर खोल ही रहे थे कि तभी 3 गाड़ियों और बाइकों से कई लोग वहां पहुंचे और उन पर लाठी और रॉड से हमला बोल दिया। हमले में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया और उनके बेटे स्वमेश गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को दमोह अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां देवेंद्र चौरसिया की हालत और गंभीर बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें जबलपुर ले जाया गया जहां उन्होंने मृत घोषित कर दिया गया।