Damoh. दमोह जिले के हटा ब्लाक के बिजोरी पाठक गांव में 19 स्कूली बच्चों ने घर आते समय धोखे से रतनजोत बीज खा लिए जिससे सभी की तबियत बिगड़ गई और उन्हें इलाज के लिए हटा सिविल अस्पताल लाया गया, जहां धीरे धीरे बच्चों की सेहत में सुधार हो रहा है। बता दें बुधवार की शाम बच्चे स्कूल से छुट्टी के बाद जैसे ही घर लौटे तो उन्होंने रास्ते में रतनजोत के बीज खा लिए जिससे इनको उल्टियां और चक्कर आना शुरू हुए। परिजन ने जब कारण पूछा तो बच्चों ने बीज खाने की बात बताई। इन बच्चों की उम्र 4 वर्ष से 9 साल के बीच बताई गई है। ग्रामीण अंचलों में प्रतिवर्ष इस तरह के मामले सामने आते हैं और अधिकांश बच्चों की उम्र कम होती है और अज्ञानता के चलते वह जहरीले बीज का सेवन कर लेते हैं।
सभी बच्चे एक ही कक्षा के छात्र
इलाजरत बच्चों में आदित्य पिता ओमकार लोधी, मीरा पिता आशाराम लोधी, युवराज पिता राजू, अंजली पिता अन्नू सिंह, दिव्या पिता नारायण सिंह, शकुन पिता सुरेश, अंशिक पिता ओमकार सिंह, भूमिका पिता भीकम सिंह, साधना पिता रवि, दर्शिका पिता रतन सिंह, खुशी पिता मूर्ति, कार्तिका पिता सुरेश, पूर्वी पिता पवन, प्रेम बाई पिता अन्नू सिंह, किरण पिता उम्मेद रजक सभी निवासी बिजौरी पाठक बताएं जा रहे हैं।
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हटा सिविल अस्पताल के डॉ. अमन श्रीवास्तव ने बताया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं सिर्फ एक बच्चे आदित्य को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। डॉक्टर ने बताया कि खासकर ग्रामीण इलाकों के अभिभावकों को चाहिए वे बच्चों को रतनजोत के बीजों के बारे में बच्चों को जानकारी दें। साथ ही बच्चों को यह भी बताएं कि इस प्रकार किसी भी पौधे या पेड़ के आसपास डले बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।