Jabalpur. जबलपुर से डेढ़ महीने पहले एक आरक्षक लापता हो गया था, उसकी पत्नी ने इस बाबत गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। अब जाकर लापता आरक्षक संतु लाल उइके का कंकाल छिंदवाड़ा के पांढुर्ना से बरामद हुआ है। वह 15 अप्रैल को पत्नी को बिना बताए ऑन ड्यूटी गायब हो गया था, जिसके बाद पत्नी ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। दरअसल मृतक संतुलाल का पैतृक गांव छिंदवाड़ा के पांढुर्ना का भैसाडोंगरी है। इसी गांव से 2 किमी की दूरी पर उसका कंकाल बरामद हुआ है।
15 अप्रैल को सीसीटीवी फुटेज में दिखा था
गुमशुदगी दर्ज होने के बाद ऑन ड्यूटी पुलिस कर्मी की खोजबीन की गई तो वह 15 अप्रैल के सीसीटीवी फुटेज में छिंदवाड़ा के फव्वारा चौक पर लोकेट हुआ था। जिसके बाद से उसका कोई पता नहीं चल पाया। डेढ़ महीने बाद जब छिंदवाड़ा के मोरघाट में उसकी बाइक बरामद हुई तो आसपास सर्चिंग करने पर एक कंकाल बरामद हुआ। कंकाल के पास स्लीपर मिलने के बाद कंकाल की शिनाख्त संतुलाल के रूप में हुई है। जिसके बाद कंकाल को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाते हुए मामला जांच में लिया गया है।
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कंकाल के पास पेड़ पर लटका मिला गमछा
जिस जगह कंकाल बरामद हुआ उसके पास ही पेड़ पर एक गमछा लटका मिला था। जिसके बाद यह आशंका जताई जा रही है कि आरक्षक ने फांसी लगाकर सुसाइड किया होगा, जिसके बाद जंगली जानवरों ने उसके शव को नोंच-नोचकर कंकाल बना दिया होगा। हालांकि पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतजार है।
इससे पहले भी एक आरक्षक ने किया था सुसाइड
इससे पहले जबलपुर में ही पदस्थ एक आरक्षक पत्नी पर हमला करने के बाद फरार हो गया था। जिसके बाद उसका शव नरसिंहपुर में पैतृक गांव के पास बरामद हुआ था। फिलहाल आरक्षक संतुलाल की पत्नी ने किसी भी प्रकार के विवाद की कोई जानकारी नहीं दी है। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि उसका आरक्षक अचानक कंकाल में कैसे तब्दील हो गया।