Dindori,Durgesh Sahu. हाल ही में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के जरिए नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रेश परस्ते की जिला कलेक्टर रत्नाकर झा से ठन गई है। मामला निज आवास यानि बंगले की डिमांड का है। आरोप है कि जब नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष जिला कलेक्टर से बंगला अलॉट कराने के संबंध में चर्चा करने उनके कक्ष में पहुंचे तो कलेक्टर ने न सिर्फ उनसे अभद्रता की बल्कि उनकी सदस्यता रद्द करा देने की धमकी दी। जिससे क्षुब्ध होकर जिला पंचायत अध्यक्ष मय समर्थकों के कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री ओमकार मरकाम सहित थाने आ पहुंचे। मांग थी जिलाधीश के खिलाफ मामला दर्ज करने की। अब थाने का स्टाफ भी पसोपेश में पड़ गया कि आखिर जिले के सबसे बड़े अधिकारी के खिलाफ वे क्या कार्रवाई कर सकते हैं। बहरहाल माननीय की शिकायत का पत्र थाना प्रभारी ने रिसीव कर लिया है और मामले को जांच में लिया है।
निर्वाचित जनप्रतिनिधि से ऐसा व्यवहार उचित नहीं-मरकाम
इधर जिला कलेक्टर के खिलाफ शिकायत देने पहुंचे पूर्व मंत्री और विधायक ओमकार मरकाम ने बताया कि जनता द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधि के साथ जिला कलेक्टर ने जो अभद्र व्यवहार किया है वह किसी भी सूरत में उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने रखेंगे और जरूरत पड़ी तो कार्रवाई के लिए उग्र आंदोलन भी किया जाएगा।
प्रदेश स्थापना दिवस से शुरू हुआ था विवाद
बता दें कि डिंडोरी में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस कार्यक्रम से ही जिला कलेक्टर और जिला पंचायत अध्यक्ष के बीच कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। डिंडोरी में जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर कांग्रेस के समर्थन से रूद्रेश परस्ते निर्वाचित हुए थे। पूर्व के जिला पंचायत अध्यक्षों को शासन की ओर से निवास के तौर पर बंगला अलॉट होता आया है। कई महीने बीत जाने के बाद भी बंगला अलॉट न होने के चलते परस्ते कलेक्टर से अपनी मांग को लेकर चर्चा करने गए थे। दूसरी ओर परस्ते के आरोपों पर जिला कलेक्टर की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।