Dindori/Bhopal. डिंडोरी में कांग्रेस जिलाध्यक्ष के पद से हटाए गए वीरेंद्र शुक्ला ने पार्टी के इस फैसले और खुद पर सोशल मीडिया में लगाए गए लांछन के मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को फोन लगा दिया। इस बातचीत का ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल वीरेंद्र बिहारी शुक्ला ने प्रेस वार्ता कर पीसीसी चीफ पर गंभीर आरोप जड़ दिए थे। जिसके बाद उन्हें कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया। अब पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष को खुदकी और परिवार की सुरक्षा की चिंता सता रही है। जिस पर उन्होंने गृहमंत्री को फोन लगा दिया और बातचीत के दौरान वे जमकर फफक भी पड़े।
नरोत्तम बोले कमलनाथ तानाशाह हो गए
इस मामले में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कमलनाथ को ऐसा बर्ताव नहीं करना चाहिए था। वीरेंद्र आपकी पार्टी का जिला अध्यक्ष था। आपको तानाशाह क्या कह दिया आप तो सचमुच बड़े तानाशाह हो गए कि उसके चरित्र की हत्या की कोशिश करने लगे। आपके कार्यकर्ता आपका यह रूप भी देख रहे हैं जिसके तहत या तो कार्यकर्ता जय-जय कमलनाथ बोलें, नहीं तो उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के बाद आपका मीडिया सेल उनकी चरित्र हत्या करता है।
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फूट-फूट कर रोए वीरेंद्र शुक्ला
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से बातचीत के दौरान वीरेंद्र शुक्ला ने बताया कि उन्हें बिना कारण पद से हटा दिया गया। जबकि प्रदेश अध्यक्ष को यह अधिकार नहीं है। मुझ पर यह आरोप लगाया गया कि मैने वरिष्ठों के खिलाफ अनर्गल आरोप लगाए हैं। मुझे पद से हटाने के बाद मीडिया सेल ने यह आरोप जड़ा है कि मैं अप्रैल और मई में भोपाल की होटल से पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। इस मामले की शिकायत मैनें पुलिस से भी की है। इतना कहते हुए वीरेंद्र रोने लगते हैं।
परिवार को सुरक्षा देने की मांग
वीरेंद्र शुक्ला ने गृहमंत्री को बताया कि इस घटनाक्रम के बाद वे काफी भयभीत हैं और अपने पिता और पत्नी को भोपाल भेज दिया है। शुक्ला ने खुदकी और परिवार की सुरक्षा की चिंता गृहमंत्री से व्यक्त की है। जिस पर गृहमंत्री ने उन्हें पूर्ण सुरक्षा दिलाने का आश्वासन भी दिया।
कांग्रेस के सुंदरकांड पर नरोत्तम का तंज
कांग्रेस के सुंदरकांड पाठ कराने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सुंदरकांड का पाठ करें अच्छी बात है, पर राहुल गांधी के उस बयान से कांग्रेस सहमत है क्या, जो उन्होंने कहा था कि मंदिर में लड़के, लड़कियां छेड़ने जाते हैं। यह कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए। मिश्रा ने कहा कि चुनाव के समय धर्म की दुकान खोलने वालों को जनता जान चुकी है। यह तुष्टीकरण की राजनीति अब नहीं चलने वाली।