देव श्रीमाली, GWALIOR. मुरैना में 65 हजार के इनामी कुख्यात डकैत गुड्डा गुर्जर के आतंक के किस्से भोपाल तक पहुंचने और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ऑनलाइन मीटिंग में इसको लेकर तीखे तेवर और तल्ख टिप्पणी देखने के बाद चंबल में पैर पसारते इस डकैत के खिलाफ लगातार घेराबंदी कर रही पुलिस को आज एक बड़ी सफलता मिली। आज शाम ढले हुई एक मुठभेड़ में ग्वालियर पुलिस की गोली गैंग लीडर गुड्डा को लगी और पुलिस उसे दबोचने में कामयाब हो गई।
भंवरपुरा के जंगल में हुई मुठभेड़
ग्वालियर के एसएसपी अमित सांघी ने बताया कि उनकी टीम लगातार गैंग का पीछा कर रही थी। वो जैसे ही श्योपुर के रास्ते भंवरपुरा के जंगल में दाखिल हुआ वैसे ही ग्वालियर पुलिस की टीम से उसका सामना हो गया और दोनों तरफ से फायरिंग हुई। पुलिस की एक गोली उसके पांव में लगी और वो लहूलुहान ही गया। इस बीच उसके साथी भाग निकले लेकिन उसे पुलिस ने दबोच लिया।
घायल को लाया जा रहा ग्वालियर
सांघी ने बताया कि घायल डकैत को एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया और सीएसपी ऋषिकेश मीणा घटनास्थल से लेकर उपचार के लिए ग्वालियर लेकर आ रहे हैं।
सीएम शिवराज ने जताई थी नाराजगी
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पिछले महीने उच्च स्तरीय ऑनलाइन बैठक में इस डकैत के आतंक पर नाराजी जताई थी। उन्होंने बोला था, हमें चम्बल में डकैत नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक ली थी। इस बैठक में वे मुरैना में गुड्डा गुर्जर गैंग के आतंक को लेकर नाराज दिखे कहा कि डाकू लोगों को परेशान कर रहा है। हमारे पास भी जानकारियां हैं। हमें चम्बल में डाकू नहीं चाहिए। इस बैठक में मुख्यमंत्री के तेवर काफी तल्ख दिखे।
बैठक खत्म होते ही पुलिस हुई सक्रिय
सीएम की बैठक खत्म होते ही एडीजी चम्बल राजेश चावला और एसपी ने बैठक की और इसके बाद पुलिस की कई टुकड़ियां पहाड़गढ़ के जंगलों की तरफ रवाना की गई थीं। जहां गुड्डा गुर्जर गैंग का मूवमेंट है और ग्रामीणों में आतंक मचा रखा है। गांव-गांव में लोगों से बन्दूक की डीएम पर चौथ वसूली कर रहा है। इसके बाद एडीजी चावला खुद भी पहाड़गढ़ पहुंचे और वहां श्योपुर और मुरैना जिले की पुलिस की साझा बैठक भी की और इसमें इस गिरोह को घेरने की रणनीति तैयार कर टीमों को रवाना किया गया था।
कल्ला पर कसा था शिकंजा
बैठक के बाद ही प्रशासन की मदद से गुड्डा का सबसे भरोसेमंद और अनेक अपराध में फरार 10 हजार के इनामी कल्ला उर्फ करुआ गुर्जर के नूराबाद थाना अंतर्गत लोहागढ़ गांव के घर पर बुलडोजर चलाया गया था। इसे गुड्डा का दाहिना हाथ माना जाता है। इस मौके पर कल्ला के परिजनों ने पुलिस से कहा कि वे 10 दिन में ढूंढकर कल्ला को पुलिस के सामने हाजिर करवा देंगे। इसके बाद मुरैना पुलिस उसके आधा दर्जन संरक्षकदाताओं की गिरफ्तारी कर चुकी थी।
श्योपुर-मुरैना की सीमा पर था गैंग का आतंक
चम्बल के इकलौते बड़े गिरोह के सरगना गुड्डा गुर्जर ने बीते 6 महीने से श्योपुर और मुरैना जिले के सीमावर्ती गांव में जबरदस्त आतंक मचा रखा है। वो बन्दूक की नोक पर लोगों से धन उगाही करता है और पैसे न देने पर लोगों की निर्ममता से मारपीट करता है। पिछले दिनों अनेक ग्रामीणों ने मुरैना पहुंचकर प्रदर्शन भी किया था।