भोपाल। मध्यप्रदेश की मेडिकल यूनिवर्सिटी (Medical University) ने नर्सिंग स्टूडेंट्स को जनरल प्रमोशन (Nursing Student's General Promotion) देने का फैसला कर लिया है। इस फैसले से 80 हजार स्टूडेंट्स ने राहत की सांस ली है। द सूत्र ने दो साल से परीक्षाएं न होने से परेशान छात्रों की समस्या को प्रमुखता से उठाया था। इस मुद्दे पर लगातार खबरें प्रकाशित कर द सूत्र ने इंडियन नर्सिंग काउंसिल की गाइडलाइन का पालन करते हुए छात्रों को इंटरनल असेस्मेंट के आधार पर जनरल प्रमोशन देने की बात पर जोर दिया था।
नर्सिंग कॉलेजों को 31 नवंबर तक देना होगा डेटा
मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आखिरकार दो साल की परीक्षाएं एक साथ आयोजित करने की जिद छोड़कर जनरल प्रमोशन देने का फैसला किया है। जनरल प्रमोशन के लिए नर्सिंग स्टूडेंट्स लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे। छात्र संगठन स्टूडेंट यूनिटी ने 25 से 28 अक्टूबर तक मेडिकल यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन किया था। अब फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को छोड़कर सभी को जनरल प्रमोशन मिलेगा। आतंरिक मूल्यांकन (इंटरनल असेस्मेंट) के अंकों के आधार पर स्टूडेंट्स को प्रमोट किया जाएगा। सभी नर्सिंग कॉलेजों (Nursing College) को 31 नवंबर तक अंकों का डेटा यूनिवर्सिटी भेजने के निर्देश दिए गए है।
दो सालों की परीक्षा एक साथ लेने की जिद पर अड़ा था यूनिवर्सिटी प्रशासन
22 अक्टूबर को द सूत्र ने आपकों बताया था मेडिकल यूनिवर्सिटी, नर्सिंग स्टूडेंट्स की परीक्षा लेने की तैयारी कर रही है। प्रभारी कुलपति वी चंद्रशेखर ने बताया था कि एक साथ दो साल परीक्षा ले ली जाएगी। ऐसे में द सूत्र ने सवाल उठाया कि क्या यूनिवर्सिटी प्रशासन स्टूडेंट्स को सुपर जीनियस समझता है ? जो 1 महीने के अंदर दो साल की परीक्षा कराने की तैयारी की जा रही है।
द सूत्र ने बदलवाया फैसला
2019-20 और 2020-21 की परीक्षाएं एक साथ लेने के फैसले पर द सूत्र ने सवाल उठाए थे। जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यू टर्न ले लिया। 29 अक्टूबर को इंडियन नर्सिंग कॉउंसिल (INC) को पत्र लिखते हुए वैकल्पित परीक्षा कराने की अनुमति मांगी थी। सूत्रों का कहना है कि आईएनसी ने यूनिवर्सिटी की मांग को ठुकराते हुए पुराना सर्कुलर लागू करने के निर्देश दिए। जिसके बाद जनरल प्रमोशन की अधिसूचना (Notification of General Promotion) जारी की गई है।
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