जबलपुर. एसीसी सीमेंट कंपनी अफसरों की मिलीभगत से 9 साल तक कटनी में लाइम स्टोन का अवैध खनन (mining) कर रही थी। 12 अगस्त को द सूत्र ने कंपनी के अवैध खनन का काला चिट्ठा उजागर किया था। द सूत्र के इस खुलासे के बाद प्रशासन जागा और आनन-फानन में कंपनी पर कार्रवाई हुई। सिया यानी एन्वायरमेंट इम्पैक्ट असेसमेंट अथॉरिटी मध्यप्रदेश ने कंपनी की पर्यावरण परमिशन रद्द कर दी है।
अफसरों की मिलीभगत से अवैध खनन का खेल
बता दें कि देश की बहुप्रतिष्ठित एसीसी सीमेंट (acc cement) कंपनी अफसरों की मिली भगत से कटनी (katni) में 9 साल तक अवैध रूप से लाइम स्टोन की खुदाई में जुटी थी। इसके लिए कंपनी ने पर्यावरण की स्वीकृति नहीं ली थी। जब एसीसी की इस कारस्तानी की पोल खुलना शुरू हुई तो कंपनी ने सिया (MP State Environment Impact Assessment Authority) से गुपचुप तरीके से 2018 में पर्यावरण स्वीकृति भी करवा ली।
द सूत्र के खुलासे के बाद सिया का फैसला
केंद्र सरकार को इस अवैध खनन की शिकायत मिली थी। इसके बाद केंद्र सरकार ने नाराजगी जताई तो एसीसी लिमिटेड ने पत्र लिखकर सफाई दी थी कि हमने पर्यावरण स्वीकृति के लिए आवेदन किया था। हमें लगा कि पर्यावरणीय मंजूरी मिल जाएगी। यही मानते हुए हमने लाइम स्टोन का खनन करना शुरू किया था।
हालांकि एसीसी के जवाब को केन्द्र सरकार ने संतोषजनक नहीं मानते हुए तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने के निर्देश सिया को दिए थे। साथ ही ये पूछा था कि आखिर कंपनी 2009 से 2018 तक बगैर पर्यावरण मंजूरी के कैसे लाइम स्टोन का खनन करती रही? इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी कौन हैं? इसके बावजूद भी एसीसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही थी। गुरुवार को जब द सूत्र ने इस मामले को उजागर किया, तब जाकर कंपनी की पर्यावरण स्वीकृति को रद्द किया गया।