जितेंद्र सिंह, SHEOPUR. मध्य प्रदेश के श्योपुर कूनो नेशनल पार्क की चीता ट्रैकिंग टीम को शुक्रवार 26 मई को तड़के सुबह ग्रामीणों ने डकैत समझकर हमला कर दिया। हमले में एक वनकर्मी घायल हो गया। टीम पर ग्रामीणों द्वारा गोली भी चलाई गई। कूनो प्रबंधन ने पोहरी थाने में शिकायती आवेदन दे दिया है।
सुबह 4 बजे भूरीखेडा गांव पर रोका
गुरुवार 25 मई की शाम मादा चिता आशा कूनो नेशनल पार्क की सीमा से निकलकर शिवपुरी जिले के पोहरी के जंगल तक पहुंच गई थी। 4 सदस्यीय ट्रैकिंग टीम उसे फॉलो कर रही थी। टीम आशा का पीछा करते-करते शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे भूरीखेड़ा गांव के पास पहुंची, जहां ग्रामीणों ने उन्हें रोक लिया।
पूछा कौन हो और कर दिया हमला
ग्रामीणों के चीता ट्रैकिंग टीम को रेाककर उनसे परिचय पूछा। उन्होंने वनकर्मी होने का परिचय दिया और बताया कि वह चीता को ट्रैक कर रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों ने विश्वास नहीं किया और उन्हें डकैत समझकर हमला कर दिया। ग्रामीणों के हमले में एक वनकर्मी पवन अग्रवाल घायल हो गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान ग्रामीणों ने टीम पर फायर भी किया।
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सूचना मिलते ही दूसरी टीम भेजी
वनकर्मियों ने कूनो के वरिष्ठ अधिकारियों को हमले की जानकारी दी। सूचना मिलते ही तुरंत दूसरी टीम को चीता की ट्रैकिंग के लिए रवाना किया गया। मादा चीता की लोकशन अभी पोहरी में ही है।
पुलिस को सूचना दे दी गई
कूनो डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा के अनुसार ग्रामीणों द्वारा फॉलो टीम पर हमला किया गया है। पोहरी थाने में सूचना दे दी गई है। आशा की लोकेशन भी अभी पोहरी में ही है। एक टीम उस पर नजर रखे हुए है।