जेके हॉस्पिटल के सामने कलियासोत नदी पर बन रही रिटेनिंग वॉल का काम रूका, एनजीटी में भी छाया मुद्दा

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Rahul Sharma
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जेके हॉस्पिटल के सामने कलियासोत नदी पर बन रही रिटेनिंग वॉल का काम रूका, एनजीटी में भी छाया मुद्दा

Bhopal. जेके हॉस्पिटल के सामने कलियासोत नदी पर हुए अतिक्रमण को लेकर बड़ा एक्शन हुआ है। यहां बन रही रिटेनिंग वॉल का काम रोक दिया गया है। वहीं 27 अप्रैल में एनजीटी में कलियासोत के ही एक मामले में सुनवाई के दौरान जेके हॉस्पिटल का मुद्दा छाया रहा। बता दें कि द सूत्र ने एक दिन पहले ही 26 अप्रैल 2023 को इस पूरे मामले का खुलासा किया था। जिसके बाद यह 27 अप्रैल को एक अखबार की सुर्खियां भी बना। बता दें कि 26 अप्रैल तक यहां धड़ल्ले से काम चल रहा था। द सूत्र के कैमरे को देखकर क्रेन और मजदूर भाग खड़े हुए। जिसके बाद द सूत्र ने इस पूरे मामले का खुलासा किया। जिसके बाद मामला नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी में भी मामला गर्माया, वहीं शासन ने निर्माण कार्य भी रोक दिया। 





एनजीटी में शासन का जवाब— कार्रवाई कर रहे हैं





पर्यावरणविद् डॉ. सुभाष सी पांडे ने बताया कि कलियासोत नदी पर हुए अतिक्रमण के मामले में सुनवाई के दौरान शासन की ओर से पैरवी कर रहे वकील सचिन वर्मा ने जेके हॉस्पिटल वाले मामले में जवाब दिया कि शासन की ओर से कार्रवाई की जा रही है। यहां बता दें कि जेके हॉस्पिटल वाले मामले की एनजीटी में कोई अलग से सुनवाई नहीं हो रही थी। द सूत्र के खुलासे के बाद सुभाष पांडे ने यह मामला एनजीटी के सामने रखा कि एक ओर ग्रीन बेल्ट पर अतिक्रमण वाले मामले में सुनवाई हो रही है, दूसरी ओर जेके हॉस्पिटल के सामने पूरी नदी को ही खत्म करने का काम हो रहा है। जिसके जवाब ने शासन की ओर से पैरवी कर रहे वकील ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। 





दो विभागों की टीम पहुंची मौके पर





कलियासोत नदी को खत्म करने के मामले का खुलासा होने के बाद 27 अप्रैल, गुरूवार को जल संसाधन विभाग और राजस्व विभाग के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और अपनी पूरी रिपोर्ट तैयार की। यह रिपोर्ट कोलार एसडीएम क्षितिज शर्मा को सौंपी जाएगी, जिसके बाद कलेक्टर इस पर अंतिम फैसला करेंगे। कोलार एसडीएम क्षितिज शर्मा ने द सूत्र को बताया कि मामले की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। एक दो दिन में जो कार्रवाई की जाएगी वह मीडिया को बता दिया जाएगा।    





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जेके हॉस्पिटल को नोटिस तक नहीं दे पा रहा प्रशासन





कलियासोत नदी को जिस जगह पूरी मिट्टी डालकर पाट दिया गया, उस जगह तक जाने के लिए रास्ता जेके हॉस्पिटल के अंदर से ही दिया गया। रिटेनिंग वॉल भी जेके हॉस्पिटल से लगकर ही बनाई जा रही है। बावजूद इसके प्रशासन जेके हॉस्पिटल को बचाने में लगा है। जल संसाधन विभाग की ओर से नोटिस सिर्फ ठेकेदार को दिए जाने की बात सामने आई है, जबकि इस पूरे मामले में पहली जवाबदेही तो जेके हॉस्पिटल की होनी चाहिए। 





एलएनसीटी प्रबंधन के जवाब से खड़े हो रहे सवाल





बता दें कि द सूत्र को एक दिन पहले यानी 26 अप्रैल को एलएनसीटी के सेकेटरी अनुपम चौकसे ने कहा था कि ये रिटेनिंग वॉल वे नहीं बना रहे हैं बल्कि सरकार बना रही है जिसके लिए उन्होंने सिर्फ रास्ता जेके हॉस्पिटल से दिया हुआ है, जबकि 27 अप्रैल को पीपुल्स सामाचार में प्रकाशित खबर की माने तो यहां एलएनसीटी ग्रुप के चेयरमेन जयनारायण चौकसे रिटेनिंग वॉल बनाने की बात को स्वीकार कर रहे हैं, साथ ही इसके लिए बंद हो चुकी सीपीए द्वारा अनुमति मिलने की भी बात कर रहे हैं, जबकि सीपीए का इस पूरे मामले में कभी कोई लेनादेना रहा ही नहीं। कुल मिलाकर एलएनसीटी ग्रुप की ओर से आए ये जवाब कई सवालों को खड़ा कर रहे हैं। 







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