संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर की महू तहसील में एक आदिवासी महिला की मौत के बाद हुए बवाल और इसमें पुलिस की गोली से एक आदिवासी युवक भेरूलाल की मौत के बाद कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। एडीएम अजयदेव शर्मा को जांच का जिम्मा दिया गया है और जांच रिपोर्ट 15 दिन में मांगी गई है।
किन बिंदुओं पर होगी जांच
- किन परिस्थितियों में मृत्यु हुई ?
कांग्रेस का दल महू पहुंचा
इधर मामले की स्थिति जानने के लिए पीसीसी अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ के कहने पर एक जांच दल गुरुवार को महू पहुंचा। इसमें कांतिलाल भूरिया, बाला बच्चन, झूमा सोलंकी और पांचीलाल मेड़ा के साथ ही इंदौर के प्रभारी महेंद्र जोशी, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव, अंतर सिंह दरबार, संतोष सिंह गौतम, कैलाश दत्त पांडे, हेमंत पाल, महू शहर अध्यक्ष पप्पू खान, शक्ति सिंह गोयल, पुनीत शर्मा आदि नेता मौजूद थे।
कांग्रेस ने पुलिस पर लगाए आरोप
इंदौर प्रभारी महेंद्र जोशी ने द सूत्र को बताया कि हम परिजन और सभी से मिले, उससे पता चला कि महिला की मौत दोपहर 12 बजे हो गई थी, फिर भी इसमें केस को दबाने में सिस्टम लगा रहा। बीजेपी के दबाव के चलते मामले को दबाया गया, न्याय के लिए ही आदिवासी थाने के बाहर बैठे थे, जहां उनकी बात नहीं सुनी गई और मृतक का शव सौंपकर रवाना कर दिया गया था। यही लेटलतीफी विवाद की जड़ रही। इसके बाद में आदिवासियों को समझाने और बात सुनने की जगह उन पर गोलियां चला दी गईं।
सीबीआई जांच की मांग
इस मामले में युवक के परिजन को दिए गए 10 लाख के चेक को लेकर कांग्रेस ने आरोप लगाए कि उसने चेक लेने से इनकार कर दिया है, उन्हें केवल न्याय चाहिए। हालांकि प्रशासन ने कहा कि चेक दिया गया है और उन्होंने स्वीकार किया है। कांग्रेस ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।
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कमलनाथ ने मृतक युवक के पिता को दिया आश्वासन
मौके पर पहुंचे जांच दल के नेताओं ने मृतक युवक भेरूलाल के पिता मदन से कमलनाथ की बात भी कराई। कमलनाथ ने उन्हें हर मदद के लिए आश्वस्त किया और कहा कि जिस तरह से प्रदेश में आदिवासियों पर हमले हो रहे हैं, वह दुखद है। मैंने विधानसभा में भी मुद्दा उठाया है। 6 महीने बाद हमारी सरकार आ रही है और हम हर तरह से आप सभी की रक्षा करेंगे।