BHOPAL. मध्यप्रदेश में सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया जारी है। अधिकारी कह रहे हैं कि उनके पास रोज हजारों कॉल और मैसेज आ रहे हैं। कैंडिडेट अधिकारियों को 10-10 लाख रुपए के ऑफर दे रहे हैं। एक महिला अभ्यर्थी तो अधिकारी को ऐसे मैसेज भेज रही है कि वो बता भी नहीं सकते। कैंडिडेट्स के मैसेज से स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी बहुत ज्यादा परेशान हो गए हैं। लोक शिक्षण आयुक्त अभय वर्मा ने जानकारी दी है।
मैसेज-कॉल करने वाले कैंडिडेट्स को चेतावनी
लोक शिक्षण संचालनालय ने कैंडिडेट्स को चेतावनी देते हुए एक विज्ञप्ति जारी की है। इसमें चेतावनी दी गई है कि चयन प्रक्रिया को लेकर व्हाट्सएप, एसएमएस और कॉल करने वाले कैंडिडेट्स के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है। अनावश्यक दबाव बनाने वालों को बाहर कर दिया जाएगा।
अभ्यर्थी बोले हमें डराया जा रहा
उम्मीदवारों का कहना है कि शिक्षक भर्ती प्रक्रिया बहुत लेट चल रही है। वे भर्ती वक्त पर कराने की मांग कर रहे हैं। उन्हें डराने के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है। हम सरकार से देरी को लेकर सवाल पूछ रहे हैं। 1 दिन में एक-एक लाख व्हाट्सएप मैसेज भेजने का कैंपेन चलाया गया है।
रुक-रुककर चल रही भर्ती प्रक्रिया
प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए पात्रता परीक्षा का नोटिफिकेशन जनवरी 2020 में हुआ था। दिसंबर 2021 में फिर से फॉर्म भरे गए। 2022 में परीक्षा हुई। अप्रैल में इसका रिजल्ट आया। नवंबर 2022 से काउंसलिंग शुरू हुई थी। मार्च 2022 में हुई। रिजल्ट अप्रैल में घोषित हुआ था। काउंसिलिंग नवंबर 2022 से शुरू हुई थी। दस्तावेज सत्यापन 8 दिसंबर से शुरू होना था लेकिन स्थगित कर दिया गया था। प्रक्रिया रुक-रुककर चल रही है।
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फाइनेंशियल ईयर तक पूरा करने की बात
स्कूल शिक्षा विभाग प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया कर रहा है। आयुक्त अभय वर्मा ने कहा कि ये प्रक्रिया किसी भी सूरत में चालू वित्त वर्ष में पूरी कर दी जाएगी। रोज हजारों मैसेज और कॉल आने से काम प्रभावित होते हैं। माना बेरोजगारी है पर इसका मतलब ये नहीं कि प्रक्रिया को बाधित किया जाए।