Damoh. दमोह में जैन समाज के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने के विरोध में मंगलवार को जैन समाज के हजारों लोग रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और देश के राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री , केंद्रीय पर्यावरण मंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर एसकृष्ण चैतन्य को ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में बच्चों की भी मौजूदगी रही।
दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष सुधीर जैन का कहना है कि जैन समाज के प्रमुख तीर्थ क्षेत्रों में से एक सम्मेद शिखरजी हैं जहां उनके 20 तीर्थंकरों को मोक्ष प्राप्त हुआ है। उनकी आस्था का केंद्र है , इसलिए ऐसे पवित्र स्थान को पर्यटन क्षेत्र घोषित नहीं किया जाना चाहिए । झारखंड सरकार और केंद्र सरकार मिलकर उनके इस पवित्र क्षेत्र को पर्यटन स्थल क्षेत्र घोषित करना चाह रही है। इसलिए जैन समाज के लोग उसका विरोध
कर रहे हैं ।
जैन समाज के विरोध प्रदर्शन में समर्थन करते हुए पहुंचे दमोह विधायक अजय टंडन ने कहा कि जैन धर्म में अहिंसा का पाठ पढ़ाया जाता है , जो पूरी दुनिया में एक अलग ही मिसाल है, लेकिन पर्यटन क्षेत्र घोषित करना पवित्र क्षेत्र को अपमानित करने जैसा है । इसलिए वो चाहते हैं कि सरकार तत्काल इस फैसले को वापस ले। जैन समाज ने सरकार के सामने प्रस्ताव रखा है कि यदि झारखंड सरकार चाहे तो सम्मेद शिखरजी का पूरे क्षेत्र को उन्हें सौंप दे उसकी जो भी राशि होती है जैन समाज सरकार को देने के लिए तैयार है। इस दौरान एएसपी शिव कुमार सिंह सहित देहात थाना और कोतवाली का
पुलिस बल भी मौजूद रहा।