लाड़ली बहना योजना में कुल आपत्तियों में से 85 फीसदी का नहीं मिल रहा चेहरा,अफसरों के छूट रहे पसीने, घर-घर जाकर करना है सत्यापन

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BP Shrivastava
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लाड़ली बहना योजना में कुल आपत्तियों में से 85 फीसदी का नहीं मिल रहा चेहरा,अफसरों के छूट रहे पसीने, घर-घर जाकर करना है सत्यापन

जितेंद्र सिंह, GWALIOR. मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव से पहले ‘‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’’ की घोषणा करके बाहवाही तो लूट ली, लेकिन योजना का लाभ लेने और देने के लिए बहनों और अधिकारियों को पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। पहले बहनों ने योजना का लाभ पाने के लिए जनमित्र एवं लोक सेवा केंद्रों पर धक्के खाए। अब अधिकारियों का आवेदनों पर आई आपत्तियों का निराकरण करने में पसीना छूट रहा है, क्योंकि पोर्टल द्वारा आवेदनों पर जितनी भी आपत्तियां दर्ज कर हैं, उन सभी का अधिकारियों को घर-घर जाकर भौतिक सत्यापन करना होगा। आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रदेशभर में आवेदनों पर कुल 1,92,000 आपत्तियां दर्ज हुई हैं, जिनमें से तकरीबन 85 प्रतिशत का आधार से चेहरा नहीं मिल रहा है। अन्य आपत्ति पात्रता को लेकर है।



1,63,000 फोटो मिलान ना होने की आपत्तियां



मध्य प्रदेश में ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’ के आवेदन पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन जमा किए गए। इस दौरान आवेदन जमा कराने आईं बहनों के फोटो भी खींचे गए। पोर्टल ने स्वयं बहनों के आधार से डाटा का मिलान करके आपत्तियां दर्ज की हैं, जिसका प्रदेशभर में आंकड़ा 1,92,000 (1 लाख 92 हजार) है। इनमें से 1,63,000 (1 लाख 63 हजार) आपत्तियां तो सिर्फ आधार से चेहरा ना मिलने की हैं। वैसे आपत्तियों का निराकरण अधिकारियों को घर-घर जाकर भौतिक सत्यापन करके करना था, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में फोटो का मिलान ना होने की आपत्तियां आने के बाद अधिकारी भी सकते में हैं। ऐसे में अधिकारी बीच का रास्ता निकालने की सोच रहे हैं। सूत्रों की मानें तो अधिकारी बिना भौतिक सत्यापन किए बहनों को पात्र मानने की तैयारी कर रहे हैं। 



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29 हजार में सरकारी नौकरी वाली बहनें भी शामिल



प्रदेशभर में कुल 1,92,000 आपत्तियों में से 1,63,000 आपत्तियां फोटो का मिलान ना होने की हैं। बाकी बचीं 29 हजार आपत्तियों में वह सभी महिलाएं शामिल हैं, जो सरकारी नौकरी में होने के बावजूद एक हजार रुपए पाने के लिए आवेदन कर दिया या फिर अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ पहले से उनको मिल रहा है। इनमें कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जिनके आय प्रमाण पत्र ढाई लाख या उससे ज्यादा के होने के बावजूद उनको एक हजार रुपए का लाभ चाहिए।



एक नजर में ग्वालियर का लाड़ली बहना का आंकड़ा



ग्वालियर जिले में ‘‘लाड़ली बहना योजना’’ का लाभ पाने के लिए आवेदन करने वाली कुल बहनों की संख्या 3,08,192 है। ग्वालियर में 3,08,192 में से 6031 आपत्तियों को पोर्टल द्वारा पकड़ा गया है। 54 आपत्तियां शिकायत के माध्यम से प्राप्त हुई हैं। जिले में कुल 6085 आपत्तियों का निराकरण शासकीय अमले को 31 मई तक करना है।  



आपत्तियां सही मिलने पर आवेदन होगा निरस्त



ग्वालियर जिले में पोर्टल एवं शिकायत के माध्यम से जितनी भी आपत्तियां दर्ज हुई हैं, उनमें फोटो के मिलान को छोड़कर अन्य आपत्तियों का महिला एवं बाल विकास के अधिकारियों द्वारा मौके पर जाकर सत्यापन किया जाएगा। यदि आपत्ति या शिकायत सही पाई जाती है तो आवेदन निरस्त कर दिया जाएगा।



31 मई तक होगा आपत्तियों का निराकरण



महिला एवं बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी राहुल पाठक ने बताया कि ग्वालियर जिले में कुल 308192 आवेदन प्राप्त हुए हैं। आपत्तियां प्राप्त करने की अंतिम तिथि 15 मई तक कुल 6085 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं। इनमें से अधिकांश आपत्तियां फोटो का आधार से मिलान ना होने की पोर्टल ने दर्ज की हैं। 31 मई तक सभी आपत्तियों का निराकरण कर लिया जाएगा। 



ग्वालियर जिले में कहां-कितने फॉर्म जमा









नगर निगम ग्वालियर


    160172





नगर पालिका डबरा


    20696





जनपद पंचायत भितरवार


    34940





जनपद पंचायत डबरा  


    31584





जनपद पंचायत घाटीगांव  


   22122





जनपद पंचायत मुरार  


    24685





नगर परिषद आंतरी  


     1970





नगर परिषद भितरवार    


    3715





नगर परिषद बिलौआ  


     2414





नगर परिषद मोहना 


       3380





नगर परिषद पिछौर 


       2514





कुल          


     308192





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