Ujjain. उज्जैन जिले की भैरवगढ़ जेल अधीक्षक(Bhairavgarh Jail Superintendent) के आवास में उस समय हड़कंप मच गया जब एक ट्रैक्टर दीवार तोड़कर अंदर आ गया, जिससे वहां अफरातफरी मच गई। जानकारी के अनुसार जेल में राउंड लगाकर लौट रही महिला जेल अधीक्षक (Jail Supritendent) के बंगले में दीवार तोड़कर ट्रैक्टर घुस गया जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया। वहीं जेल सुपरिटेंडेंट ने इसे अपनी हत्या (Murder) की साजिश बताया है। इस मामले में पुलिस ने भी एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है। पूरे मामले में जेल अधिकारियों के बीच चल रही खींचतान को कारण बताया जा रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. जेल अधिकारी ने कहा कि इस तरह हमले की कोशिश उन पर पहले भी हो चुकी है.
क्या है पूरा मामला
गुरुवार को उज्जैन की केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में पदस्थ जेल अधीक्षक उषा राज(Jail Superintendent Usha Raj) जेल का राउंड कर सरकारी बंगले पर लौट रही थीं। इस दौरान जैसे ही उन्होंने जेल के अंदर बंगले के अंदर कदम रखा, वैसे ही एक ट्रैक्टर तेज गति से बंगले के गेट और दीवार तोड़ते हुए अंदर घुस आया। जेल अधीक्षक उषा राज ने दौड़ कर अपनी जान बचाई।
ट्रैक्टर चालक को पकड़ा
जेल अधीक्षक उषा राज ने बताया कि यह कोई दुर्घटना नहीं बल्कि उनकी हत्या की साजिश थी, जो नाकाम हो गई। जेल अधीक्षक उषा राज के मुताबिक उन्होंने केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में तैनाती के बाद से ही सारे अवैध काम पर रोक लगा दी है. उनके कार्यकाल में कुछ जेलकर्मी मादक पदार्थों की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार हुए हैं। उन्होंने बताया कि नियम विरुद्ध काम करने वाले जेल कर्मियों और अधिकारियों पर भी पूरी तरह लगाम कस दी गई है। इसी का परिणाम है कि कुछ जेल कर्मी और अधिकारी उनकी जान लेने की कोशिश कर रहे हैं।
जेलर ने बताया कि पहले भी उन पर हमले की साजिश रची गई थी जो कि नाकाम हो गई. इस बार फिर हमला नाकाम हो गया है। इस मामले में उनके द्वारा जेल विभाग के आला अधिकारियों के साथ-साथ भैरवगढ़ थाना पुलिस को भी लिखित शिकायत की गई है। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि मामले की शिकायत प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर जांच की जा रही है।
3 अधिकारी और चार जेलकर्मियों पर आरोप
जेल अधीक्षक उषा राज ने बताया कि उनकी हत्या की साजिश में जेल विभाग के 3 अधिकारी और 4 कर्मचारी शामिल हैं। इनमें एक महिला कर्मचारी भी शामिल है। पूरे मामले को लेकर जेल विभाग के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। वरिष्ठ अधिकारियों से यह भी कहा गया है कि वे नामजद शिकायत करने को तैयार हैं, लेकिन शिकायत के बाद उनकी सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी आला अधिकारियों को लेनी होगी।
बाल-बाल बच गईं जेल अधीक्षक
घटनास्थल के समीप खेड़ापति हनुमान मंदिर के पुजारी रामागुरु मौजूद थे। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से ट्रैक्टर चालक ने सरकारी बंगले की दीवार और गेट तोड़कर अपना वाहन बंगले के अंदर दाखिल करवा दिया, उससे स्पष्ट है कि हत्या की साजिश रची गई थी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस पूरे मामले का जल्द ही खुलासा कर देगी। इस मामले में प्रत्यक्षदर्शियों की ओर से भी पुलिस को बयान दिए गए हैं।