Damoh. दमोह जिले के तेंदूखेड़ा मुख्यालय से 25 किमी दूर ग्राम पंचायत सेहरी में शुक्रवार की दोपहर एक खेत में धान की थ्रेसिंग करते वक्त अचानक ट्रैक्टर में आग लग गई जिसने पूरी फसल को अपनी चपेट में लिया और फसल सहित ट्रैक्टर जलकर खाक हो गया। वहीं इस घटना में ट्रैक्टर चालक और दो किसान बुरी तरह झुलस गए। पूरी फसल जलकर खाक होने से किसानों का रो रोकर बुरा हाल है।
ट्रैक्टर चालक की जुबानी
घटना दोपहर की है जब कोट खमरिया गांव निवासी नरेंद्र ठाकुर अपना ट्रैक्टर लेकर सेहरी गांव में किसान सरमन यादव और हल्काईं यादव की धान की फसल की थ्रेसिंग करने पहंुचे थे। ट्रैक्टर चालक नरेंद्र ठाकुर ने बताया कि वह ट्रेक्टर चालू करके खेत कि मेड़ पर बैठा गया और पांच लोग थ्रेसर में धान डाल रहे थे। ट्रैक्टर चालू हुये महज आठ मिनिट ही हुए थे और अचानक उसमें आग लग गई। जैसे ही आग की लपटें उठी तो वह ट्रैक्टर पर चढ़ा और आगे बढ़़ाने का प्रयास किया तो गेयर नहीं लगे और आग पूरे ट्रैक्टर और फसल में लग गई जिससे वह आग में झुलस गया और अपनी जान बचाने के लिए ट्रैक्टर से कूद गया। देखते ही देखते ट्रैक्टर और किसान सरमन और हल्काईं की पूरी फसल खाक हो गई। इस भीषण अग्निकांड से दोनों किसानों की ढाई एकड़ की फसल जलकर खाक हो गई।
घटना के समय खेत में रज्जू यादब, धुर सिंह, कमल, जाहर, बद्री यादव, नरेंद्र यादव भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर में आग अचानक लगी, पता ही नही चला और आग ने ट्रैक्टर और फसल दोनों को अपनी चपेट में ले लिया। हलकाई ने तत्काल डायल 100 को खबर दी तथा घटना की जानकारी देकर फायर ब्रिगेड की मांग की, लेकिन फायर ब्रिगेड वाहन डेढ़ घंटे बाद पहंुचा और वह भी घटना स्थल तक नहीं पहंुच सका। क्योंकि सभी खेत गीले थे और फायर बिग्रेड वाहन मिट्टी में फंस गया और तब तक आग ने सबकुछ जलाकर खाक कर दिया। मौके पर थाना तेंदूखेड़ा की पुलिस पहुंची और कागजी कार्रवाई कर पीड़ितों को थाने आने को कहा।
दोनों किसान आग बुझाते झुलसे
किसान हलकाई यादव ने बताया कि उसकी ढाई एकड़ जमीन पर बोई फसल से निकली धान की थ्रेसिंग होनी थी। उसके लिये ट्रैक्टर के साथ हड़ंबा भी आया था, लेकिन थ्रेसिंग के दौरान ट्रैक्टर में अचानक आग लग गई और चालक बंद करने पहुंचा तो ट्रैक्टर बंद नहीं हुआ न आगे बढ़ा और आग ने अपनी लपटों में ट्रैक्टर को ले लिया जिसमें चालक भी झुलस गया। उसी दौरान कुछ किसान भी धान और आग से बचाव के लिये गये, लेकिन आग नहीं बुझी और हल्काई और सरमन के साथ कुछ और किसान भी झुलस गए। इस घंटना में हड़ंबा भी जल गया। पूरी फसल आग में जलकर खाक होने से दोनों किसानों के पास कुछ नहीं बचा और शासन से मुआवजे की गुहार लगा रहे हैं। इस घटना में करीब सात लाख रुपए का नुकसान हुआ है।