नर्मदापुरम में पेसा कानून जागरुकता सम्मेलन में आदिवासी जिला पंचायत अध्यक्ष को बुलाना भूले, अब प्रशासन ने दी सफाई; कहा- बुलाया था

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Rahul Garhwal
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नर्मदापुरम में पेसा कानून जागरुकता सम्मेलन में आदिवासी जिला पंचायत अध्यक्ष को बुलाना भूले, अब प्रशासन ने दी सफाई; कहा- बुलाया था

इंद्रपाल सिंह, NARMADAPURAM. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदिवासी ब्लॉक केसला के सहेली गांव के मिनी स्टेडियम में पेसा जागरुकता सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे। मंच पर नर्मदापुरम जिले के सभी विधायक और सांसद मौजूद थे लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष राधा बाई पटेल, जो आदिवासी समुदाय से हैं, उन्हें आमंत्रित नहीं किया।



कांग्रेस ने बीजेपी पर साधा निशाना



कांग्रेस प्रवक्ता शिवराज चंद्रोल ने बीजेपी पर पटलवार किया है, उनका कहना है कि चुनावी वोटबैंक के लिए आदिवासी समाज को भारतीय जनता पार्टी के नेता और मुख्यमंत्री गुमराह कर रहे हैं। इसके साथ ही जिले में आदिवासी समाज के कार्यक्रम में आदिवासी जिला पंचायत अध्यक्ष को आमंत्रित नहीं किया जाना, आदिवासी समाज का अपमान है।



आदिवासी जनप्रतिनिधियों का अपमान कर रही बीजेपी



कांग्रेस प्रवक्ता शिवराज चंद्रोल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वेषपूर्ण राजनीति के चलते आदिवासी जनप्रतिनिधियों का अपमान कर रही है और जिस समाज के प्रतीक के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। उन्हें ही आमंत्रित नहीं करना इस बात का प्रमाण है। इसके साथ ही जिस पेसा एक्ट की बात भारतीय जनता पार्टी कर रही है, वो कांग्रेस की देन है। अभी तक पेसा एक्ट में जिन प्रावधानों की बात भारतीय जनता पार्टी कर रही है उनमें से ज्यादातर प्रावधान तो सभी पंचायतों को मिले हुए हैं।



बीजेपी का आदिवासियों से लगाव सिर्फ चुनावी शिगूफा



शिवराज चंद्रोल ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी के शासन में सबसे ज्यादा आदिवासी समाज के भाई-बहन ही प्रताड़ित हो रहे हैं। मध्यप्रदेश में अनेक जगह आदिवासियों की प्रताड़ना के केस बीजेपी और उसके विचारधारा के संगठन के व्यक्तियों के द्वारा किए गए हैं, जो इस बात को प्रमाणित करती है कि बीजेपी का आदिवासियों के प्रति लगाव केवल चुनावी शिगूफा है।



आदिवासियों के विकास के लिए कोई रोडमैप नहीं



नर्मदापुरम में मुख्यमंत्री के सरकारी कार्यक्रम में एक आदिवासी जनप्रतिनिधि जो जिला पंचायत के अध्यक्ष भी है, उसे नहीं बुलाया जाना आदिवासी समाज का अपमान भी है। बीजेपी द्वेषपूर्ण विचारधारा के साथ काम कर रही है। इनका आदिवासी समाज के लिए उनके विकास के लिए काम करने का कोई रोडमैप नहीं है।



द सूत्र की खबर का असर, अधिकारियों ने दी सफाई



द सूत्र पर खबर के बाद जिला प्रशासन के अधिकारियों ने सोशल मीडिया के जरिए मैसेज भेजा जिसमें बताया कि सभी जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। जनसंपर्क अधिकारी रोमित उइके ने व्हाट्सएप के जरिए जानकारी दी। गुरुवार को केसला में आयोजित पेसा कानून जागरुकता सम्मेलन में जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत जिले में सभी माननीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। जिसमें नर्मदापुरम की जिला पंचायत अध्यक्ष भी शामिल हैं। जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित सभी प्रतिनिधियों को पैसा कानून जागरुकता सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था। अपर कलेक्टर मनोज सिंह ठाकुर ने बताया कि जिला पंचायत अध्यक्ष को वायरलेस मैसेज और दूरभाष पर भी चर्चा कर कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया गया। इसके साथ ही मुख्य कार्यक्रम के मंच पर पहली पंक्ति में निर्धारित सीट भी आरक्षित की गई थी और डाइस प्लान में भी उनका नाम शामिल किया गया था।


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