कमलेश सारडा, NEEMUCH. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जहां एक तरफ जनहितैषी योजनाओं से लोगों को लाभ दिलाने का दावा करते हैं। वहीं दूसरी तरफ सिस्टम और अधिकारियों की लापरवाही की वजह से जनता परेशान होती है। सिंगोली की देहपुर पंचायत में एक गरीब आदिवासी विधवा महिला 2 साल से संबल योजना की राशि के लिए भटक रही है।
कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद भी नहीं मिली राशि
तुलसी बाई भील के पति की मृत्यु हो चुकी है। कागजी कार्रवाई पूरी हुए 2 साल बीत चुके हैं लेकिन अब तक महिला के खाते में संबल योजना के 2 लाख रुपए नहीं आए हैं। तुलसी बाई के पति की मृत्यु 31 जनवरी 2021 को हो गई थी। 26 मार्च 2021 को संबल योजना के लाभ की राशि स्वीकृत हुई थी लेकिन 2 साल बीतने के बाद भी खाते में पैसे नहीं आए हैं। 8 मार्च 2021 को सिर्फ अंतयेष्टि सहायता राशि के 5 हजार रुपए ही खाते में आए थे।
संबंधित अधिकारी के डिजिटल हस्ताक्षर में त्रुटि
जानकार सूत्रों के अनुसार संबंधित अधिकारी के डिजिटल हस्ताक्षर मे तकनीकी त्रुटि की वजह से संबल योजना की राशि तुलसी बाई के खाते में अभी तक नहीं आ पाई है। ग्राम पंचायत चुनाव होने के बाद नए सरपंच के कार्यकाल को भी लगभग 7 महीने से ज्यादा हो चुके हैं लेकिन तुलसी बाई को अब भी संबल योजना की राशि का इंतजार है।
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ऊपरी मामला बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं पंचायतकर्मी
संबंधित पंचायत में महिला के राशि के बारे में पूछने पर पंचायतकर्मी इसे ऊपरी मामला बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं। जावद के जनपद पंचायत सीईओ आकाश धुर्वे को इस मामले की खबर ही नहीं थी। जब उनसे इसके बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि द सूत्र के जरिए ये मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैं शीघ्र ही इसे दिखवाता हूं।