मनीष कुमार मारू, AGAR. कृषि उपज मंडी में संदिग्ध नीलामी पर्ची से जालसाजी करते हुए एक ट्रैक्टर चालक किसान बनकर करीब 1 लाख रुपये मूल्य का सोयाबीन तुलवाने पहुंचा। मंडी व्यापारी को शंका हुई तो उसने मंडी प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद करीब 30 क्विंटल सोयाबीन से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली को जब्त कर मामला पुलिस के सुपुर्द किया गया है, जो रसीद ट्रैक्टर चालक के पास मिली वह मंडी से जारी नही हुई थी। पूरे मामले में मंडी प्रशासन शंका के घेरे में है कि आखिर मंडी से नीलामी पर्ची का पूरा कट्टा कैसे किसी के पास चला गया। बताया जा रहा है कि पूरा खेल लंबे समय से चल रहा है जिससे मंडी व्यापारियों और मंडी प्रशासन को चूना लगाया गया। दरअसल मामला शुक्रवार का है, जब मंडी व्यापारी संजय कुमार सुनील कुमार ने मंडी कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज करवाई कि यहां एक कृषक प्रधानसिंह निवासी आगर द्वारा सोयाबीन की एक ट्राली पर्ची अनुसार जिसका भाव 4810 रूपए है जोकि खरीदी नहीं गई है और यहां तुलाने लाए हैं।
ट्रैक्टर ट्राली छोड़कर भागा
व्यापारी की शिकायत के बाद मंडी प्रशासन हरकत में आया और मंडी सचिव हरगोविन्द सोनगरा वहां पहुंचे और ट्राली के पास जाकर देखा तो माल बेचने आया युवक ट्रैक्टर ट्राली वहीं छोड़कर चला गया। बाद में वहां पहुंचे कृषक के पिता से मंडी प्रशासन द्वारा पूछताछ की गई और फिर शनिवार को युवक अपने पिता के साथ मंडी आया, जिसके कथन मंडी प्रशासन के द्वारा लिए गए। उसने बताया कि मंडी प्रांगण में अपूर्वा ट्रेडर्स के यहां से मंगल नाम के व्यापारी ने माल भरवाकर नीलाम पर लगाया था। नीलामी के पहले ही मंगल ने उसे एक नीलामी पर्ची दी और बोला कि यह पर्ची लो और व्यापारी संजय कुमार के यहां लगा देना।
जांच में जुटी पुलिस
बयान में युवक ने खुद की टैक्टर ट्राली को भाड़े पर चलाना बताया और माल भी खुद का ना होकर मंगल नामक व्यापारी का होना बताया है और व्यापारी के मोबाइल नंबर भी मंडी प्रशासन को बताए हैं। जबकि पर्ची में उक्त युवक का नाम कृषक के रूप में दर्ज होना सामने आया है, ऐसे में फर्जी किसान बनाकर संदिग्ध पर्ची से माल तुलवाकर मंडी व्यापारी को चपत दी जा रही थी। गौरतलब है कि मंडी में इस तरह से फर्जी रूप से माल बेचने का गौरखधंधा काफी दिनों से चल रहा है, जिसमे मंडी के किसी कर्मचारी की मिलीभगत होने की पूरी संभावना है। मंडी सचिव हरगोविन्द सोनगरा ने युवक के बयान लेने के बाद युवक के साथ जहां से माल भरा अपूर्वा टैडर्स के सामने उस स्थान की शिनाख्त भी की। मंडी सचिव का कहना है कि मामला संदिग्ध होने से पुलिस के सुपुर्द किया गया है, किसान के बयान के हिसाब से यह पूरा मामला जालसाजी का है। इस ममाले में कितने लोग शामिल हैं और पुलिस जांच में क्लियर हो जाएगा।