उज्जैन. यहां के गढ़कालिका इलाके में एक 13 साल की एक लड़की ने अपनी सहेली के सुसाइड के बाद जान दे दी। 13 साल की बच्ची ने फांसी लगाने से पहले अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर जलती चिता की फोटो और गुडबाय मैसेज लिखकर लगाया। परिजन का कहना है कि इंदौर पुलिस ने बच्ची के पास पूछताछ के लिए फोन किया और इंदौर आकर बयान देने को कहा था। पुलिस के फोन के बाद से बच्ची काफी तनाव में आ गई थी। जिसकी वजह से उसने फांसी लगा ली। जीवाजीगंज थाना टीआई (TI) गगन बादल ने कहा कि भी तक ये स्पष्ट नहीं हुआ है मेघा ने किस कारण से सुसाइड किया। उसकी कॉल डिटेल्स निकलवाई जा रही है।
बहन ने सबसे पहले फांसी पर लटकते देखा
मेघा (13) अपने नाना के घर रहती थी। बुधवार (6 अक्टूबर) की रात सभी भाई बहनों ने एक साथ खाना खाया। कुछ देर बाद सो गए। देर रात जब एक बहन दिव्या की नींद खुली, तो उसने मेघा को पंखे पर लटकते हुए देखा। मेघा के नाना सीताराम और परिवार के लोगों उसे लेकर तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मेघा का परिवार धार का रहने वाला है। गुरुवार, 7 अक्टूबर को पोस्टमॉर्टम के बाद मेघा के पिता भेरूलाल उसका शव धार ले गए। वहां पर अंतिम संस्कार किया।
पुलिस ने मेघा को बयान देने के लिए इंदौर बुलाया था
मेघा की बड़ी बहन दिव्या ने बताया कि मेघा की दोस्त तनु (14) पहले धार में ही रहती थी, इसलिए दोनों में दोस्ती हो गई। बाद में तनु इंदौर चली गई। दोनों इंस्टाग्राम और मोबाइल फोन पर लगातार संपर्क में रहती थीं। परिजन ने बताया कि 25 सितंबर को तनु ने इंदौर में सुसाइड कर लिया। उसके बाद से ही मेघा सदमे में थी। एक-दो दिन पहले उसके पास इंदौर से पुलिस का फोन आया था। वे मेघा से बात करके बयान लेने की बात कह रहे थे। परिजन फोन करने वाले पुलिसकर्मी का नाम नहीं बता सके। इसके बाद से मेघा ज्यादा तनाव में आ गई थी। बुधवार (6 अक्टूबर) को भी इंदौर पुलिस का फोन आने पर मेघा की बड़ी बहन दिव्या ने इंदौर पुलिस से बात की थी। पुलिस ने कहा कि पूछताछ करने के लिए आना ही पड़ेगा।