UJJAIN. मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकाल लोक में सप्त ऋषियों की मूर्तियां गिरने के बाद अब गुरुवार 1 जून की दोपहर को नंदी द्वार का कलश गिर गया है। हालांकि, इस घटना में किसी को चोट नहीं पहुंची है। कलश गिरने से परिसर की जमीन में लगी टाइल्स टूट गई। पिछले दिनों तेज हवा और आंधी के कारण महाकाल लोक में सप्त ऋषियों की मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गई थी। हादसे का वीडियो वायरल हो रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले रविवार 28 मई को आंधी से 7 में से 6 मूर्तियां नीचे गिर गई थी।
आकर्षण का केंद्र है नंदी द्वार
महाकाल लोक में 26 फीट ऊंचा नंदी द्वार मुख्य आकर्षण का केंद्र है। इसके बाद शिवमय संकुल की भी अलग खासियत है। महाकाल संकुल को पूर्णता शिवमय सजाया गया है, इसमें कमल कुंड, सप्त ऋषि, मंडल, शिव स्तंभ, मुक्ताकाश रंगमंच का निर्माण प्रमुख है। पुराण प्रसिद्ध रुद्र सागर के तट विकास के साथ त्रिवेणी संग्रहालय का एकीकरण कर चारों ओर हरियाली भरा वातावरण रखा गया है। साथ में विशाल कॉरीडोर में 111 फीट लंबे संपूर्ण शिव विवाह के वृतांत को प्रदर्शित करते हुए म्यूरल पेंटिंग प्रदर्शित की गई हैं।
नेपाल के प्रधानमंत्री 2 जून को करेंगे महाकाल के दर्शन
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' 2 जून को उज्जैन आ रहे हैं। नेपाल के पीएम यहां करीब 1 घंटे तक रहेंगे। इस दौरान वह महाकाल लोक का भ्रमण कर भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना करेंगे। इसी के चलते गुरुवार को प्रशासन ने फाइनल रिहर्सल कर तैयारियों को अंतिम रूप भी दिया गया है।
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28 मई को आंधी में गिरी थी 6 मूर्तियां
उज्जैन के महाकाल लोक में रविवार 28 मई को तेज आंधी से सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिर गईं। घटना शाम 4 बजे के करीब की है। हादसे में कई श्रद्धालु बाल-बाल बचे गए। 10 से 25 फीट ऊंची ये मूर्तियां लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक (एफआरपी) से बनी हैं। उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर के नए परिसर स्थित महाकाल लोक का लोकार्पण पीएम नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को किया था।
दोबारा लगाई जाएंगी मूर्तियां
मूर्तियां गिरने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों की टीम महाकाल लोक पहुंच गई। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम का कहना है कि लाल पत्थर और फाइबर रेनफोर्स प्लास्टिक से बनी इन मूर्तियों की लाइफ 10 साल है। पत्थर की मूर्तियां बनने में समय लगेगा। फिलहाल कंपनी को ही इनका रखरखाव करना है। क्रेन की मदद से मूर्तियों को दोबारा लगवाया जाएगा।
महाकाल परिसर में दूसरे चरण का काम जारी
महाकाल लोग में अभी निर्माण कार्य जारी है। यहां भगवान शिव समेत अन्य देवी-देवताओं की 190 से अधिक विशाल मूर्तियां लगाई गई हैं। महाकाल लोक परियोजना के पहले चरण पर 310 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। इसके बाद 778 करोड़ की लागत से दूसरे चरण का काम शुरू हुआ। इसके तहत महाकाल परिसर का विस्तार और सौंदर्यीकरण किया जा रहा है।