नासिर बेलिम रंगरेज, UJJAIN. राहुल गांधी की यात्रा से पहले महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में मोबाइल ले जाने पर लगाए बैन के बाद अब सियासत गर्माने लगी है। कांग्रेस के तराना विधानसभा के विधायक महेश परमार ने महाकाल के गर्भगृह में फोटोग्राफी पर प्रतिबंध को लेकर सवाल खड़े किए और कहा कि यह बीजेपी की बौखलाहट है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाकाल मंदिर आए थे, तब अलग-अलग एंगल से फोटो शूट हुए। अब राहुल आ रहे है तो फोटो खींचने पर बैन लगा दिया गया है। विधायक ने चेतावनी देते हुए कहा कि मैं खुद राहुल के फोटो शूट करूंगा। रोक सको तो रोक लो। इस मामले में उज्जैन कलेक्टर ने साफ कर दिया है कि सिर्फ महाकाल मंदिर के गर्भगृह में मोबाइल को प्रतिबंधित किया है।
कांग्रेस का ये राजनीतिक स्टंट- बीजेपी सांसद
बीजेपी सांसद अनिल फिरोजिया का कहना है कि गर्भगृह में वीडियो और फोटो पर बैन इसलिए लगाया गया है, क्योंकि लोग गर्भगृह से वीडियो बनाकर गाना एड कर सोशल मीडिया पर वायरल करते है, जिससे भक्तों की भावना आहत होती है। पिछले दिनों ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले। कुछ युवतियों ने वीडियो एडिट कर वायरल किए थे। कांग्रेस इसे बेवजह मुद्दा बना रही है। ये उनका राजनीतिक स्टंट है।
गर्भगृह में मोबाइल प्रतिबंधित- कलेक्टर
वहीं मामले में जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि गर्भगृह से फोटो शूट करने का बैन पिछले छह महीने से लागू है। महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या काफी बढ़ी है। गर्भगृह में दर्शन करने वाले श्रद्धालु सेल्फी लेते हैं, फोटो खींचते है, जिसकी वजह से आम श्रद्धालुओं को बैरिकेड से दर्शन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। फोटो-शूट पर बैन के नियम को अब सख्ती से पालन करवाया जा रहा है। अब गर्भगृह में मोबाइल ले जाने पर भी रोक लगा दी गई है। वहीं, महाकाल मंदिर के पुजारी प्रदीप गुरु ने भी कहा कि गर्भगृह में पहले से ही फोटोग्राफी प्रतिबंधित है। सभी को इसका पालन करना चाहिए।