BHOPAL. महाकाल की नगरी उज्जैन में 'महाकाल लोक' बनने के बाद से श्रद्धालु और पर्यटकों की संख्या में बड़ी संख्या में इजाफा हुआ है। इस बात को ध्यान में रखते हुए बुधवार ( 1 मार्च ) को मध्यप्रदेश विधानसभा में पेश हुए बजट में उज्जैन में हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में बदलने की बात कही गई है। बजट में प्रस्ताव किया गया कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही उज्जैन में हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में बदला जाएगा।
सिंधिया ने कहा था- उज्जैन में एयरपोर्ट बनेगा
महाकाल मंदिर विस्तार के प्रथम चरण के कार्य के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे की जल्द ही उज्जैन में एयरपोर्ट की जरूरत महसूस की जाएगी। दरअसल बड़ी संख्या में श्रद्धालु को उज्जैन से 55 किमी दूर इंदौर एयरपोर्ट पर उतरना पड़ता है। जीसके बाद टेक्सी या अन्य साधनों से उज्जैन पहुंचना पड़ता है। 7 सितम्बर 2021 को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, भगवान महाकाल की अंतिम शाही सवारी में शामिल होने के लिए उज्जैन पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था की जल्द ही उज्जैन में एयरपोर्ट बनाया जाएगा।
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सिंतबर 2021 से उज्जैन एयरपोर्ट बनाने की प्रक्रिया चली
7 सितंबर 2021 को महाकाल की शाही सवारी में पालकी पूजा करने आए केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने दिल्ली लौटते ही उज्जैन में एयरपोर्ट की कवायद तेज कर दी थी। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने सीएम को पत्र लिखकर एयरपोर्ट विस्तार के लिए 200 करोड़ रुपए खर्च करने को कहा था। इस संबंध में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सर्वे भी कर लिया था। उन्होंने इस काम में सीएम से व्यक्तिगत हस्तक्षेप का भी अनुरोध किया था। उज्जैन की दताना हवाई पट्टी को एयरपोर्ट बनाने के लिए पहले चरण में 252 एकड़ जमीन और 200 करोड़ रुपए की जरूरत होगी।
अभी छोटे विमान और हेलिकॉप्टर लैंड कर पाते हैं
उज्जैन में देवास रोड पर दताना-मताना हवाई पट्टी बनी है। यहां अभी छोटे विमान और हेलिकॉप्टर लैंड कर पाते हैं। हवाई पट्टी की 95 एकड़ जमीन उपलब्ध है। यहां का रनवे कोड-ए यानी प्रशिक्षण विमान संचालन के लिए तो उपयुक्त है, लेकिन फ्लाइट की लैंडिंग नहीं हो सकती।
जल्द ही उज्जैन में उतरेंगे यात्री विमान
मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार राज्य के लोगों को बड़ी सौगात दी है। महाकाल की नगरी उज्जैन में एयरपोर्ट बनाने का एलान किया गया है। दताना हवाई पट्टी का विस्तार कर इसे हवाई अड्डे का स्वरूप दिया जाएगा। इसके लिए भूमि का अधिग्रहण, हवाई पट्टी की लंबाई-चौड़ाई बढ़ाने एवं बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया जाएगा।