BHOPAL. मध्य प्रदेश में उमा भारती शराबबंदी को लेकर कई महीनों से आंदोलन छेड़े हुए हैं। 8 फरवरी को उमा ने फिर कई ट्वीट्स किए। इसमें उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की घिनौनी नीति से ये साबित हो गया है कि वे अपने कर्तव्य में फेल हो गए। उमा, शिवराज सरकार की नई शराब नीति का इंतजार कर रही हैं।
उमा ने 8 फरवरी को 7 ट्वीट किए
- मैंने ओरछा की शराब की दुकान को लेकर जो टिप्पणी यहां के सांसद एवं विधायक को लेकर की है, वह केवल सिर्फ दो लोगों पर लागू नहीं होती क्योंकि यह व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं है।
वह जनप्रतिनिधि हैं, उन्होंने सरकार को चुना है, सरकार की बात उन्हें जनता तक नहीं, बल्कि जनता की बात उन्हें सरकार तक पहुंचाना है।
शराब से नफरत और गंगा पर आस्था इसपर मेरी निजी स्वतंत्रता को बीजेपी ने मुझे पूरा अधिकार दिया और मेरा पूरा सम्मान रखा।
1999 में जब हमने एनडीए बनाकर लोकसभा का चुनाव लड़ा तो कॉमन मिनिमम एजेंडा बना जिसमे राम मंदिर का निर्माण नही था।
आज मैं झांसी में हूं। मेरा फिर आग्रह है की मेरे, समाजसेवी, संतों के, संगठन के सुझावों पर शीघ्र ही शराब नीति बनाई जाए, क्योंकि हर जगह व्यग्रता का वातावरण है।
मध्यप्रदेश की वर्तमान की यह घिनौनी शराब नीति से यह साबित हो गया कि वह अपने कर्तव्य में फेल हो गए।
अब जो नई शराब नीति आने वाली है, उसमें सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा इन जनप्रतिनिधियों की है, क्योंकि मध्यप्रदेश की जनभावनाएं शराब के खिलाफ हैं। मेरी अपील है कि नई शराब नीति में आप एक सशक्त पहरेदार की भूमिका निभाइए।
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