BHOPAL. मध्यप्रदेश में शराब नीति में संशोधन के बाद पूर्व सीएम उमा भारती के तेवर कुछ नरम पड़ते नजर आ रहे हैं। उमा भारती शराब नीति में संशोधन के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान का सम्मान करेंगी। 25 फरवरी को रविंद्र भवन में ये कार्यक्रम होगा। उमा भारती की मां बेटी बाई के नाम पर संस्था माता बेटी बाई स्मृति शिक्षण समिति सीएम शिवराज को सम्मानित करेगी।
उमा का मूड क्यों बदला
बीजेपी की फायरब्रांड नेता उमा भारती के पास फिलहाल पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं है। उमा ने कोरोना काल के दौरान शराबबंदी का अभियान शुरू किया था। उन्होंने शराब दुकानों पर गोबर और पत्थर फेंककर विरोध जताया था। उमा भारती ने अयोध्या बायपास पर डेरा डालकर शराब नीति जारी होने का इंतजार किया। उमा के आंदोलन को देखते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने शराब नीति में बड़े बदलाव किए। इसके बाद अब उमा सीएम शिवराज का सम्मान करके एकजुटता और सरकार के साथ अच्छे तालमेल का संदेश जनता को देना चाहती हैं।
शराब नीति में क्या हुए बदलाव
कैबिनेट बैठक में उमा भारती के शराब नीति में बदलाव के सभी सुझावों को मंजूरी दी गई। पूरे प्रदेश में अहाते और शॉप बार बंद करने, धार्मिक और शैक्षणिक संस्थानों से शराब दुकानों की दूरी 100 मीटर करने, शराब पीकर वाहन चलाने पर ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने के नियम करने जैसे सुझावों को मानकर शराब नीति में बदलाव किए गए।
ये खबर भी पढ़िए..
कांग्रेस ने की ड्रिंकिंग लाइसेंस पॉलिसी की मांग
कांग्रेस ने मध्यप्रदे सरकार के सामने एक नई मांग की है। मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अब्बास हफीज ने सीएम शिवराज को पत्र लिखकर ड्रिंकिंग पॉलिसी लागू करने की मांग की है। आपको बता दें कि ये पॉलिसी महाराष्ट्र में लागू हो चुकी है। इससे सरकार के पास ये डाटा आ जाएगा कि कौन कितनी शराब पी रहा है। मध्यप्रदेश की आबादी में से कितने लोग शराब पीने वाले हैं। नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली लागू करने के लिए ड्रिंकिंग लाइसेंस पॉलिसी लागू करना जरूरी है। ड्रिंकिंग लाइसेंस होने से किसी को भी निर्धारित मात्रा से ज्यादा शराब नहीं मिलेगी।