Jabalpur. प्रदेश के स्कूलों की शिक्षा का स्तर सुधारने प्रदेश सरकार ने सीएम राइज स्कूलों व्यवस्था लाई थी। पहले ही साल इन स्कूलों ने मुहैया कराई गई सुविधाओं, उत्कृष्ट शिक्षकों के बावजूद उम्मीद से उलट परीक्षा परिणाम दिए हैं। 12वीं के रिजल्ट की बात की जाए तो यह बीते साल के मुकाबले 12 फीसदी लुढ़का है। 10वीं के रिजल्ट में जरूर 30 फीसदी का सुधार दिखाई दिया है, लेकिन 9वीं से लेकर 12वीं तक का ओवरऑल रिजल्ट देखा जाए तो सीएम राइज स्कूलों ने इस साल नाउम्मीदी ही दी है।
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शिक्षा विभाग के अधिकारी परेशान
शिक्षा विभाग के अधिकारी सीएम राइज स्कूलों के इस रिजल्ट से हैरान परेशान हैं। उनका मानना है कि संसाधन मुहैया कराने के बाद जो रिजल्ट का ट्रेंड आया है, इसके पीछे क्या वजह हैं। फिलहाल एक-एक सीएम राइज स्कूल की कक्षावार रिजल्ट की समीक्षा की जा रही है। यहां बारहवीं कक्षा का रिजल्ट बीते साल आए रिजल्ट 66 फीसदी के बनिस्बत 55 फीसदी रहा है। केवल 10वीं के रिजल्ट ने सीएम राइज स्कूलों की लाज बचाई है। जो कि बीते साल 40 फीसदी के मुकाबले इस साल 71 फीसदी रहा। वरना 9वीं और 11वीं के रिजल्ट को भी मिला लिया जाए तो सीएम राइज स्कूलों का प्रदर्शन जिले में निराशाजनक ही कहा जाएगा।
पढ़ाई पर फोकस का था दावा
सीएम राइज स्कूलों की स्थापना के वक्त दावा था कि इन स्कूलों में उत्कृष्ट शिक्षक उत्कृष्ट पढ़ाई कराएंगे। इसके लिए शिक्षकों को पढ़ाई के इतर लगाई जाने वाली अन्य ड्यूटी से भी मुक्ति प्रदान की गई थी। छात्र-छात्राओं को भी पढ़ाई के इतर किसी भी गैर जरूरी समारोह से दूर रखा गया था। वहीं अब रिजल्ट आने के बाद इन स्कूलों के प्राचार्य और शिक्षकों के साथ-साथ अधिकारी भी सकते में हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम सोनी ने बताया कि स्कूलों में किसी वजह से रिजल्ट में कमी आई है इसकी समीक्षा की जा रही है। जहां सुधार की गुंजाइश है वहां सुधार किया जाएगा।