निवाड़ी (Niwari) जिले के लाडपुरा गांव को बड़ा तमगा हासिल हुआ है। 27 सितंबर, विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day) के मौके पर संयुक्त राष्ट्र की संस्था WTO (United Nations World Tourism Organization) ने गांव को 'बेस्ट टूरिज्म विलेज' का अवॉर्ड दिया है। इस अवॉर्ड के लिए लाडपुरा गांव के अलावा मेघालय का कांति कांगतोंग गांव और तेलंगाना के पंचम्पेली गांव को संस्था ने नॉमिनेट किया था। इन दोनों गांवों को पछाड़कर लाडपुरा गांव (Ladpura Village) ने सबसे सुंदर गांव का अवॉर्ड जीता है।
गांव में बेहद खास सुविधाएं
टूरिस्ट प्लेस ओरछा (Orchha) से 8 किलोमीटर दूर हरियाली और पहाड़ों के बीच बसे लाडपुरा गांव की 80 फीसदी आबादी शिक्षित है। सैलानी इस गांव में बुंदेली संस्कृति को जीने के लिए आते हैं। साथ ही इस गांव में टूरिस्टों को ठहरने के लिए होम स्टे (Home stay) भी तैयार किए गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बुंदेलखंडी खानपान के साथ लोकगीत और लोकनृत्य को भी लोग काफी पसंद कर रहे हैं। इस गांव के घरों की बनावट और साफ-सफाई लोगों को काफी आकर्षित कर रही है।
5 सालों में 100 गांव को विकसित करेंगे
पर्यटन एवं संस्कृति विभाग (Department of Tourism and Culture) के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि लाडपुरा गांव को विकसित करके पर्यटन को बढ़ावा देने का सफल प्रयास किया गया है। अगले पांच सालों में 100 गांवों को ग्रामीण पर्यटन (Tourist) की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। इनमें ओरछा, खजुराहो (Khajuraho), मांडू, सांची (Sanchi), पचमढ़ी, तामिया, पन्ना राष्ट्रीय उद्यान, बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, संजय दुबरी राष्ट्रीय उद्यान , पेंच और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, मितावली, पडावली आदि क्षेत्रों में उपयुक्त स्थलों का चयन कर उनका विकास किया जाएगा।