देव श्रीमाली,GWALIOR. ग्वालियर में रविवार, 16 अप्रैल को अंबेडकर महाकुंभ कार्यक्रम के दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भाषण समाप्त होते ही वहां मौजूद सभी आशा कार्यकर्ताओं ने अचानक सीएम का काफिला घेरने के लिए दौड़ लगाई। वे जोर-जोर से सीएम शिवराज सिंह मुर्दाबाद के नारे लगाने लगीं। यह देख, मौके पर मौजूद पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन इसी बीच आशा कार्यकर्ता और पुलिसकर्मियों के बीच जमकर हाथा-पाई और झड़प हुई।आशा कार्यकर्ता मांग पूरी ना होने के कारण लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।
सीएम के काफिले को रोकने की कोशिश
आज ग्वालियर में अंबेडकर महाकुंभ का आयोजन हुआ। और इस आयोजन में बीजेपी के द्वारा एक लाख से अधिक दलित वर्ग के लोगों को बुलाने का दावा किया गया।इस अंबेडकर महाकुंभ में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित ग्वालियर चंबल अंचल के सभी बीजेपी के मंत्री और नेता शामिल हुए। जब सीएम शिवराज सिंह का भाषण समाप्त हुआ और वे अपनी कार में बैठकर एयरपोर्ट जाने के लिए आगे बढ़े, वैसे ही अचानक आशा कार्यकर्ता हाथ में पट्टिकाएं लिए नारे लगाते हुए उनकी गाड़ी के आगे दौड़ पड़ीं। उसके बाद सभी आशा कार्यकर्ता, उनके काफिले को रोकने के लिए रास्ते में आ गईं और जमकर नारेबाजी करने लगीं।
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पुलिस के साथ हुई धक्कामुक्की
इस दौरान आक्रोशित आशा कार्यकर्ताओं और सुरक्षा कर्मियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की और हाथा-पाई हुई। पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं रुकीं और लगातार वह आगे की तरफ बढ़ती ही गईं और सीएम कब खिलाफ नारेबाजी करतीं रहीं। उसके बाद पुरुष पुलिस कर्मियों ने महिलाओं के साथ धक्का-मुक्की की। लगातार आशा कार्यकर्ताओं के बढ़ते विरोध को देखकर पुलिस कर्मियों ने तत्काल रस्सा डालकर उन्हें रोक दिया।
सीएम गाड़ी से उतरकर उनसे मिले
धक्का-मुक्की, नारेबाजी पुलिस द्वारा की जा रही कवायद के बावजूद जब आक्रोशित आशा कार्यकर्ता नहीं रुकीं, तभी थोड़ी देर बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान का काफिला उनके सामने आ गया। सीएम गाड़ी से उतर कर पैदल पैदल उनके पास पहुंचे उनकी मांगों को सुना और आवेदन लेकर वहां से रवाना हो गए।