मुरैना. खाद (Fertilizer) और यूरिया (Urea) की किल्लत के कारण किसान जिले में लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। खाद की कमी से परेशान होकर किसानों ने 11 अक्टूबर को जिले के संभलगढ़ (Sabalgarh) में खाद से भरे ट्रक को लूट लिया। इस दौरान खाद की लूट के लिए किसानों (Farmers) में जमकर धक्का मुक्की हुई। लूट को रोकने के लिए घटनास्थल पर मौजूद पुलिस ने लाठीचार्ज किया, लेकिन फिर भी किसान खाद की बोरियां लेकर भागते रहे। वहीं, खाद की कमी के कारण भिंड (Bhind) जिले के मेहगांव में गल्ला मंडी के सामने हाइवे पर भी किसानों ने जाम लागने का प्रयास किया था। लेकिन पुलिस प्रशासन की समझाइश के बाद किसान मान गए।
खाद लेने के लिए लाइन में लगे थे किसान
संभलगढ़ सोसाइटी में खाद लेने आए किसान से कहा गया था कि ट्रक आते ही खाद बांटा जाएगा। किसान सुबह से लाइन में लगे थे। ट्रक आने के बाद भी जब खाद बंटने में देरी होने लगी तो किसानों ने खाद के ट्रक को ही लूटने की कोशिश की। इस घटनाक्रम का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें किसान 50-50 किलो की बोरियां लेकर भागते नजर आ रहे हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्री के क्षेत्र में खाद-यूरिया की कमी
चंबल-ग्वालियर संभाग में खाद की भारी सॉर्टेज है। इस कारण किसान लगातार प्रदर्शन (Farmer Protest) कर रहे हैं। सोसाइटियों के बाहर किसानों की लंबी-लंबी लाइने लगी है। यह इलाका केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) के संसदीय क्षेत्र में आता है। इससे पहले 10 अक्टूबर की रात में भिंड (Bhind) में यूरिया की लूट का मामला सामने आया था। यहां के सराया गांव में स्थित सहकारी गोदाम से दबंग खाद की बोरियां लूट ले गए। लूटी गई खाद की बोरियों की संख्या करीब 50 के आसपास है।
धक्के -खाने के बाद भी नही मिल रहा खाद
भिंड जिले में किसानों के बीच डीएपी खाद की मांग उपलब्धता से ज्यादा है, जिसकी वजह से डीएपी (DAP) की भारी सार्टेज है, किसानों को पर्ची कटाने के हफ्ते भर बाद भी डीएपी नही मिल पा रही है, जिसकी वजह से किसान की खेती में खड़ी फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं। इसके साथ ही सरसों की बोहनी शुरू हो चुकी है। इस कारण अब किसानों का आक्रोश फूटने लगा है।