ग्रुप कैप्टन को सलाम: भोपाल पहुंचा वरुण का पार्थिव शरीर, CM ने शोक जताते हुए ये घोषणा की

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ग्रुप कैप्टन को सलाम: भोपाल पहुंचा वरुण का पार्थिव शरीर, CM ने शोक जताते हुए ये घोषणा की

तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी निधन हो गया। हादसे में 14 लोगों में इकलौते बचे वरुण भी 15 दिसंबर को जिंदगी की जंग हार गए। कैप्टन वरुण सिंह का पार्थिव शरीर 16 दिसंबर यानी गुरुवार को भोपाल पहुंचा। भोपाल में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने यह जानकारी पहले ही दे दी थी। कैप्टन का पार्थिव शरीर भोपाल एयरपोर्ट पर पहुंचा है, जहां पर शहीद को सलामी दी गई।

मध्यप्रदेश सरकार देगी 1 करोड़ की सम्मान निधि

शहीद को भोपाल एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि दी गई। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद वरुण सिंह के निधन पर दु:ख व्यक्त किया। इस दौरान शिवराज सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी जाएगी। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के परिजन को राज्य सरकार 1 करोड़ की सम्मान निधि देगी। मुख्यमंत्री जल्द ही शहीद के परिजनों से बात करेंगे। जिसमें शासकीय नौकरी, उनकी स्मृति में मूर्ति लगवाने और स्मारकों के नाम रखने जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे।

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह भोपाल शहर की सन सिटी कॉलोनी में रहते थे। वह दिवाली पर घर आए थे। लेकिन इस बार उनका पार्थिव शरीर भोपाल आया। इंदौर से कैप्टन के रिश्तेदार उनके घर सनसिटी कॉलोनी पहुंचे। इंदौर में कैप्टन की ससुराल है। मंत्री विश्वास सारंग और दूसरे नेताओं ने कैप्टन को एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर परिवार और रिश्तेदार भी एयरपोर्ट पर पहुंचे।

प्रशासन ने शहीद वरुण के अंतिम संस्कार की तैयारी भदभदा विश्राम घाट पर की थी। लेकिन वरुण के पिता ने अंतिम संस्कार करने के लिए बैरागढ़ विश्राम घाट जाने के लिए कहा क्योंकि अंतिम यात्रा में भीड़ आने की संभावना है। इसलिए ट्रैफिक लगेगा। वह नहीं चाहते कि उनके बेटे के कारण ट्रैफिक लगे और लोग परेशान हों।

इंदौर में थी पार्टी की प्लानिंग

17 दिसंबर को वरुण का सुबह 11:00 बजे भदभदा विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। कैप्टन का इंदौर से भी गहरा नाता रहा है। वरुण ने 20 जनवरी 2008 को इंदौर की गीतांजलि से शादी की थी। उनकी पत्नी गीतांजलि के चचेरे भाई संजय सिंह ने बताया कि वरुण साल में एक या दो बार इंदौर आते थे। इसी महीने शौर्य चक्र मिलने की खुशी में पार्टी देने इंदौर आने वाले थे।

पिता रिटायर्ड कर्नल, भाई नौसेना में

शहीद वरुण के पिता और सेना के रिटायर्ड कर्नल केपी सिंह भोपाल की एयरपोर्ट रोड पर बनी सन सिटी कॉलोनी में ही रहते हैं।वहीं, वरुण सिंह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ तमिलनाडु के वेलिंगटन में रहते थे। उनके छोटे भाई तनुज नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं। उनकी पोस्टिंग मुंबई में है।

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