Damoh. दमोह जिले की तेंदूखेड़ा पुलिस ने शातिर पिता- पुत्र को गिरफ्तार किया है जिसने निजी बैंक से ट्रैक्टर फायनेंस कराने के बाद किस्त चुकाए बिना उसे बेच दिया था और चोरी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करा देते ताकि बीमा लिया जा सके। इस मामले की शिकायत बैंक के कर्मचारी द्वारा की गई थी और नोहटा पुलिस ने इसका प्रतिवेदन भी तेंदूखेड़ा पुलिस को भेजा था। उसके आधार पर यह कार्रवाई हुई है। इस मामले में पिता पहले ही गिरफ्तार हो चुका था और आज पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
यह है मामला
तेंदूखेड़ा पुलिस ने नोहटा थाना प्रभारी विकास चौहान द्वारा दिए गए प्रतिवेदन पर जांच की तो पता चला कि जिस प्राइवेट बैक के कर्मचारी तेंदूखेड़ा थाने में शिकायत करने आये थे और जिन लोगों की शिकायत कर रहे हैं, ये वही हैं जिन्होंने एक ट्रैक्टर बेचा था, जिसे नोहटा पुलिस ने जब्त किया है और आरोपियों को जेल भेजा है। बाद में तेंदूखेड़ा पुलिस ने उस व्यक्ति को जेल से रिमांड पर लिया और पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि जो ट्रैक्टर उसने उसके पुत्र के नाम पर किया है उसकी किस्तें अभी चुकी नहीं हैं और उसे दूसरे जिले में बेच दिया है। बाद में पुलिस ने पिता- पुत्र पर मामला दर्ज किया और पिता को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
ट्रेक्टर बेचकर करते थे चोरी की रिपोर्ट
नोहटा थाना प्रभारी विकास चौहान ने बताया कि जो आरोपी है वह पहले ट्रैक्टर को बैंक से फाइनेंस करवाते थे उसके बाद उसे दूसरे जिलो में बेच देते थे। परासई गांव निवासी इंदर लोधी के ट्रैक्टर को तीन लोगों ने किराये पर लिया था तीनो तेंदूखेड़ा के निवासी हैं और बाद में तीनों ने ट्रैक्टर को मुरेना जिले में बेच दिया। इंदर लोधी की शिकायत पर तीनों को आरोपी बनाया गया और मुरेना से ट्रैक्टर भी नोहटा पुलिस द्वारा जब्त किया गया। नोहटा थाना प्रभारी के अनुसार लखन पटैल कई वर्षों से तेंदूखेड़ा में रहता है और पूर्व में तेंदूखेड़ा में भी ट्रैक्ट्रर ट्राली इसी हालत में बेचे थे जिसमें लखन पटैल को आरोपी बनाया गया था।
ये लोग दो तरह से कार्य करते थे। पहले किसी किसान या फाइनेंस कंपनी से ट्रैक्टर को लोन पर लेते थे और बाद में उसे दूसरे जिले में बेचकर उस ट्रैक्टर के चोरी होने की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवाते थे। इसी तरह इन्होंने नोहटा में परासई गांव में भी किया। नोहटा पुलिस ने तीनों आरोपियों को जेल भेजा दिया। यह कार्रवाई नोहटा पुलिस ने 14 दिसंबर को की थी।
दूसरे मामले में पिता- पुत्र बने आरोपी
नोहटा थाना प्रभारी के प्रतिवेदन की जांच में आया नाम और जबलपुर की प्राइवेट बैंक के कर्मचारियों द्वारा दी गई शिकायत के बाद तेंदूखेड़ा पुलिस ने खोजबीन की और फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों के बयान लिए तो उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष जोर सिंह पिता रामजी लोधी ने तीस हजार रुपये जमा कर ट्रैक्टर फाइनेंस करवाया था, लेकिन क़िस्त एक भी नही दी। बाद में तेंदूखेड़ा पुलिस ने रामजी को जेल से रिमांड पर लिया तो उसने कबूल कर लिया कि उसने जो ट्रैक्टर अपने पुत्र के नाम लिया था वह मुरेना में बेच दिया है बाद में तेंदूखेड़ा पुलिस ने पिता- पुत्र को आरोपी बनाया।
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मामले की जांच कर रहे उपनिरीक्षक प्रदीप चौधरी ने बताया कि दीपक पवार की शिकायत पर रामजी लोधी 63 वर्ष और उसके पुत्र जोर सिंह लोधी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पिता पूर्व से जेल में है और पुत्र को आज तेंदूखेड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
तेंदूखेड़ा टीआई बीएल चौधरी ने बताया कि नोहटा थाना प्रभारी ने एक ट्रैक्टर जब्त किया था। उसका प्रतिवेदन आने के बाद और निजी बैंक की शिकायत के बाद मामले की जानकारी दमोह पुलिस अधीक्षक को दी गई और पूरे मामले की जांच तेंदूखेड़ा एसडीओपी देवी सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में की गई। मामले में पिता- पुत्र दोनों आरोपी बनाए गए हैं जिन पर तेंदूखेड़ा पुलिस ने धारा 406, 420, 120 बी के तहत मामला दर्ज किया है। पिता रामजी जेल में है और उसके पुत्र जोरसिंह को तेंदूखेड़ा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।