जबलपुर (Jabalpur) में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit shah) का कार्यक्रम है। वो राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे हैं। शाह के इस दौरे को सीधे-सीधे विधानसभा चुनाव 2023 में आदिवासियों को लुभाने के तौर पर देखा जा रहा है। लेकिन इस कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय से आने वाले मंत्री की वजह से ही बवाल मच गया है। दरअसल, प्रदेश सरकार में वन मंत्री विजय शाह (Vijay shah) इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान उनकी पुलिस से तीखी नोंक झोक हो गए। जिससे बिफर कर आदिवासी समुदाय से आने वाले विजय शाह दूर से ही गोंड राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह को प्रणाम करके लौट गए।
प्रवेश के लिए विजय शाह का नहीं था नाम
गृहमंत्री शाह का कार्यक्रम होने के कारण सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी। इसी प्रोटोकॉल के चलते चिंहित लोगों को ही कार्यक्रम में जाने की अनुमति दी जा रही थी। इस दौरान जब विजय शाह लोगों के साथ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे तो पुलिस अधिकारियों ने उन्हें जाने की अनुमित नहीं दी। जिससे नाराज होकर उन्होंने पहले तो पुलिसकर्मियों को प्रणाम करके, व्यवस्था के लिए गुस्सा जताया। इसके बाद दूर से ही गोंड राजाओं को प्रणाम करके वह वापस लौट गए।
आदिवासियों का कार्यक्रम और आदिवासी मंत्री को ही जगह नहीं
बीजेपी ने 2023 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदिवासियों को अपने पक्ष में करने के लिए ये कार्यक्रम बुलाया था। इसे विडंबना ही कहा जाएगा कि शिवराज सरकार में मंत्री और आदिवासी कुनबे के कद्दावर नेता विजय शाह को लानत-मलामत झेलनी पड़ी। ये पहला मौका नहीं है, जब विजय शाह की उपेक्षा हुई। इससे पहले भी उन्हें राजभवन में जाने से रोक दिया गया था। अब सवाल ये है कि मंत्री को रोकने के लिए ऑर्डर था या ऐसा किसी खास मकसद से किया गया। जो भी हो, पार्टी को विजय शाह की उपेक्षा की कीमत चुकानी पड़ सकती है।
शाह की नाराजगी की कीमत चुकानी पड़ सकती है
गोंडवाना क्षेत्र जबलपुर, मंडला, छिंदवाड़ा, डिंडौरी, अनूपपुर (महाकौशल) में माना जाता है। यहां गोंडों के प्रभाव (Impact) वाली 22 सीटें है। बीजेपी की कोशिश इन ज्यादा से ज्यादा सीटों में सेंध लगाने की है। बताया जा रहा है कि इसी कारण बीजेपी ने बलिदान दिवस के मौके पर इस कार्यक्रम को रखा था। लेकिन इस कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय से आने वाले मंत्री को जगह नहीं मिलना, बीजेपी को बड़ा भारी पड़ सकता है।